धर्मातरण की आशंका पर मचा बवाल, नवल के घर पहुंचा हिन्दू संगठन

Post by: Rohit Nage

  • बच्चे के ठीक होने के लिए एक कथित बाबा के बहकावे में आया था युवक और उसका परिवार

इटारसी। समीपस्थ ग्राम सोनासावरी निवासी नवल बाबरा और उसके परिवार द्वारा धर्मातरण की आशंका के चलते बवाल मच गया। सोशल मीडिया में मामला सामने आने के बाद रविवार को हिन्दू संगठन उसके घर पहुंच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी पहुंची थी। हालांकि नवल और उसके परिवार ने धर्मातरण की बात से साफ इनकार कर दिया। उसने शिव मंदिर में पूजा करके यह कहा कि वह हिन्दू है और हिन्दू ही रहेगा। धर्मातरण वाली ऐसी कोई भी बात नहीं है।

बता दें कि एक दिन पूर्व सोनासांवरी गांव में रहने वाले बाबरा परिवार द्वारा कथित रूप से धर्मांतरण कर मुस्लिम धर्म कबूलने की खबर से हड़कंप मच गया। मिस्त्री का काम करने वाले नवल बाबरा ओर उसके परिवार का अचानक पहनावा, पूजा एवं रहन-सहन में आए परिवर्तन को देखते हुए धर्म परिवर्तन की आशंका करने लगे थे। धर्म परिर्तन की शिकायत स्थानीय लोगों ने पुलिस एवं जनप्रतिनिधियों से भी की थी। सोशल मीडिया पर भी नवल के धर्म परिवर्तन को लेकर चर्चाए रही । रविवार को सर्व हिन्दू समाज के कुछ लोगों ने नवल के घर जाकर उससे चर्चा की तो उसने कहा कि उनके परिवार ने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया है। उसने पास के शिव मंदिर में हिन्दू संगठन के साथ जाकर भगवान शिव का पूजन अर्चन किया। उसने कहा कि वह हिन्दू परिवार में जन्मा है और हिन्दू ही रहेगा।

बेटे के ठीक होने के लिए ताजिए बनवाने मानी थी मन्नत

नवल ने द्वारा बताया गया कि उसने अपने बीमार बेटे के ठीक होने पर मन्नत मानी थी वह घर में ताजिए बनवाएगा। इसके लिए उसके परिचित नवीन ने नाला मोहल्ला निवासी कथित मलंग सैयद अशरफ अली उर्फ शाहरूख खान के पास ले गया था, उसके साथ अन्य हिन्दू परिवार भी सलामती के लिए बाबा के पास जाते थे। बाबा की बातों में आकर नवल ने अजमेर सहित अन्य शहरों ं की दरगाह-मजारों पर जा चुका है। बाबा द्वारा गुमराह किए जाने से नवल मुस्लिम लिबाज में रहने लगा था। वहीं घर में बनाए जा रहे ताजिए के कारण स्थानीय लोगों को ऐसा लगा था कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया। हालांकि प्रशासन और हिन्दू संगठनों के प्रयासों से धर्मातरण का पटाक्षेप हो गया। हालांकि बताया जा रहा है कि नवल ने पिछले कुछ माह से मुस्लिमों की तरह सिर पर गमछा बांधना शुरू कर दिया, घर के अन्य सदस्यों का पहनावा भी बदला, घर में इबादत भी होने लगी थी, बाबा भी उसके घर आया था। बताया गया कि नवल ने रोजे भी रखे थे, इसलिए लोगों को लगा कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया है।

इनका कहना है…

धर्मातरण का आरोप गलत है। नवल पांच माह पहले मुझसे जुड़ा था, उसने अपने बेटे के स्वस्थ्य होने को लेकर ताजिए बनाने की मन्नत मानी थी। उनकी इच्छा से ही ताजिए बनवा रहे थे। हम तो कौमी एकता का संदेश देते हैं, लोगों को शराब एवं अन्य व्यसन छोडऩे और अपने मजहब का सम्मान करने की सीख देते हैं। नवल को लेकर समाज के लोग गुमराह हुए, मंैने उसे समझाइश दी है कि वह अपने धर्म का सम्मान करे।

मलंग सैयद अशरफ अली उर्फ शाहरूख खान

सोशल मीडिया में धर्म परिवर्तन की जानकारी सामने आई थी। इसलिए हिन्दू संगठन नवल के घर पहुंचा था। उसने कहा है कि धर्म परिर्वतन नहीं किया है। उसने शिव मंदिर में जाकर पूजन अर्चन किया है। उसने कहा कि वह हिन्दू है, और जिंदगी भर हिन्दू रहेगा।

जितेन्द्र ओझा, सर्व ब्राह्मण समाज जिला अध्यक्ष

शिकायत मिलने पर पुख्ता जांच की गई है। उससे बातचीत के दौरान उसने कहा कि वह हिन्दू है और हिन्दू रहेगा। वह अपने बच्चे के स्वस्थ होने की मन्नत को लेकर दरगाह जाता था। उसने मन्नत मानी थी कि बेटा स्वस्थ्य हो जाएगा तो वह ताजिए बनवाएगा। इसलिए वह मन्नत पूरी कर रहा था। उसके गले में रूद्राक्ष की माला थी, और वह व्रत भी रखता है। धर्मातरण की बात गलत है।

गौरव सिंह बुंदेला, नगर निरीक्षक

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