– पुलिस की बड़ी सफलता, टीआई रामसनेही चौहान एवं विवेचना अधिकारी कोमल रघुवंशी की मेहनत रंग लाई
– 3544 निवेशकों की 5 करोड़ से अधिक राशि की वसूली के आदेश हो चुके हैं…
इटारसी/ग्वालियर। चिटफंड कंपनी परिवार डेयरी एंड एलाइड लिमिटेड के द्वारा होशंगाबाद जिले के निवेशकों से किए गए फ्रॉड के के संबंध में दर्ज प्राथमिकी के तारतम्य में इटारसी पुलिस द्वारा मुख्य सरगना बसंती लाल शर्मा को ग्वालियर से गिरफ्तार कर इटारसी लाया गया है। निवेशकों के अधिवक्ता रमेश के साहू एडवोकेट बताया कि चिटफंड कंपनी परिवार डेयरी के विरुद्ध सक्षम प्राधिकार कलेक्टर होशंगाबाद द्वारा दिनांक 19/8/19 को 3544 निवेशकों 47426477/- राशि एवम 12 प्रतिशत ब्याज के साथ वसूली एवं एफआईआर के आदेश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि परिवार डेयरी ने अधिक ब्याज या डेयरी प्रोडक्ट देने का लालच देकर राशि जमा करवाई और वापसी के समय कार्यालय बंद करके भाग गई। परिवार डेयरी के खिलाफ मध्यप्रदेश निक्षेपको के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 नियम 2003 एवं 420,306,409,467,468,471,472, भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं में कलेक्टर के आदेश पर पुलिस अधीक्षक होशंगाबाद के निर्देशन में थाना इटारसी में विगत दिनों एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, इस मामले में इटारसी पुलिस की सक्रियता के कारण सरगना बसंती लाल शर्मा को ग्वालियर से गिरफ्तार कर इटारसी लाया गया है और पूछताछ जारी है, जबकि 14 आरोपी अभी गिरफ्तार होना शेष है।
आरबीआई एक्ट की धारा भी बढ़ सकती है-
निवेशकों के अधिवक्ता रमेश के साहू एडवोकेट इटारसी ने कहा कि परिवार डेयरी की होशंगाबाद मुख्य मार्ग पर 4 मंजिला बिल्डिंग करीब 2 करोड़ की है, इसे नीलाम कराए जाने की प्रक्रिया लंबित है। सरकार सक्रिय रही तो जल्दी राशि बंटने लगेगी। उन्होंने पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी और विवेचना अधिकारी को धन्यवाद दिया है।
कौन-कौन मुलजिम फरार
अभिराम सिंह उर्फ अहिबारन शर्मा, चंद्रभान शिवमुनि यादव, प्रदीप शर्मा मंगलाराम शर्मा फतेहपुर राजस्थान, नीरज सिंह ग्वालियर, भानुप्रताप सिंह ग्वालियर, राकेश आ. चौधरी सिंह नरवरिया गिरजा राकेश सिंह नरवरिया फूलसिंह राजपूत (हाई कोर्ट से स्थगन पर), अहिबरन आ. नारायण सिंह, अमित डी के श्रीवास्तव, अरुण आ. ओमप्रकाश शर्मा, सुरेंद्र सिंह चौधरी, कुलदीप सिंह मैनेजर सभी बिरला नगर ग्वालियर, उर्वेश नरवरिया मेनेजर भिंड रोड ग्वालियर।
इनका कहना है…
6 वर्ष पहले से कंपनी भाग गई है बड़ी मुश्किल से मुलजिम पकड़ाए हैं। उम्मीद जगी है कि छोटे-छोटे जमा कर्ताओं को उनकी राशि वापस मिलेगी।
राधेश्याम मालवीय याचिका कर्ता /निवेशक
काफी परेशान हैं, 2009 में गाढ़ी कमाई जमा की है। अब तक पैसे वापस नहीं मिले, केस जीत गए हैं। अब शायद पैसे मिले।
गीता चौधरी तारारोड़ा और नसीमबानो पीपल मोहल्ला
करोड़ों रुपया लेकर भागने वाली चिटफंड कंपनियों के खिलाफ महाअभियान चलाकर गरीब जनता को पैसे दिलाए जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी ओर से निवेशकों की राशि लौटा रही है।
मोहन नागेश निवेशक और सेवानिवृत्त शिक्षक