नर्मदापुरम। जिले जेल में बंदियों को विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाए। ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के साथ विभिन्न स्वरोजगार मूलक योजनाओं के तहत बंदियों को कृषि संबद्ध गतिविधियां, सिलाई, वर्मी कंपोस्ट, इलेक्ट्रॉनिक वक्र्स, योग, संगीत सहित अन्य गतिविधियों के साथ अध्यात्म से भी जोडऩे के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। उन्हें रोजगारोन्मुखी कौशल प्रशिक्षण दिया जाएं ताकि जेल में कार्य करने के साथ साथ रिहा होने के बाद भी वह सुचारू रूप से अपना जीवनव्यापन कर सकें।
यह निर्देश गुरुवार को नर्मदापुरम (Narmadapuram) कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना (Collector Ms. Sonia Meena) ने सेंट्रल जेल नर्मदापुरम (Central Jail Narmadapuram) के निरीक्षण के दौरान संबंधित जेल के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने बंदियों के बैरिकों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया साथ ही बंदियों से चर्चा भी की। बंदियों ने बताया कि जेल में सभी व्यवस्थाएं अच्छी है। उन्होंने जेल की पाकशाला का भी निरीक्षण कर यहां भोजन की गुणवत्ता का अवलोकन किया। साथ ही बंदियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर सुश्री मीना ने खुली जेल में भी बंदियों और उनके परिजनों से चर्चा की साथ ही व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान कलेक्टर ने जेल अंतर्गत स्कूल का भी निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने बंदियों के शिक्षण के संबंध में जानकारी ली। शिक्षा संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि कि जेल में बंदियों को व्यवस्थित रूप से स्मार्ट बोर्ड के द्वारा स्नातक से लेकर स्नाकोत्तर तक की सिलेबस की शिक्षा दी जा रही है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम नर्मदापुरम आशीष पांडे (Ashish Pandey), जेल अधीक्षक संतोष कुमार सोलंकी (Santosh Kumar Solanki), उप जेल अधीक्षक प्रहलाद सिंह वरकड़े (Prahlad Singh Varkade), अष्टकोण अधिकारी जेल हितेश बंडिया (Hitesh Bandia), ग्रामीण रोजगार संस्थान से रश्मि गुप्ता (Rashmi Gupta) सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।