इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज महात्मा गांधी तथा लालबहादुर शास्त्री जयंती पर प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने दोनों को नमन करते हुए कहा कि सत्य तथा अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्मृति में ही आज के दिन को राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महात्मा गांधी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक बार बंगाल यात्रा पर महात्मा गांधी को भारत के लोगों को संदेश देने के लिए कहा था। गांधी ने कहा कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है। लाल बहादुर शास्त्री भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे, जिनका जीवन सादगी तथा महान चारित्रिक गुणों से युक्त था। दोनों ही महानुभूतियों का जीवन हमें नित नवीन प्रेरणाएं देता है। प्राध्यापक डॉ. ओपी शर्मा ने कहा कि गांधी ने अहिंसा और सत्य को हिंसा के खिलाफ लडऩे के लिए दो सबसे अहम हथियार बताया।

असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, चंपारण आंदोलन जैसे स्वतंत्रता आंदोलनों के माध्यम से वह हमेशा मानवाधिकारों के लिए खड़े रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों ने उद्यान में श्रम कार्य कर महात्मा गांधी के स्वच्छता के संदेश को प्रसारित किया। संयोजन श्रीमती मीरा यादव, डॉ संतोष कुमार अहिरवार, श्रीमती श्रुति ने किया।