आमजन को मीडिया और सोशल मीडिया में भेद को समझना चाहिए

Post by: Rohit Nage

इटारसी। शासकीय एमजीएम पीजी महाविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ एवं कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का आयोजन प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता की अध्यक्षता में किया। कार्यक्रम में शासकीय महाविद्यालय डोलरिया से डॉ. कृष्णा राय चौहान, सहायक प्राध्यापक राजनीति शास्त्र एवं पत्रकार शिव भारद्वाज ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये।

डॉ. कृष्णा राय चौहान ने प्रेस को लोकतंत्र का दर्पण कहते हुए एक जवाबदेही मीडिया की वकालत की। उन्होंने कहा कि आज आम जनता को मीडिया और सोशल मीडिया में भेद को समझना चाहिए। अपने व्याख्यान में पत्रकार शिव भारद्वाज ने आज के दौर में पत्रकारिता का व्यावसायीकरण पर चिंता जाहिर करते हुए पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने अनुभवों को ओताओं के साथ साझा किया। पत्रकारों का स्वतंत्रता की रक्षा करना आज की समय की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने पत्रकार सुरक्षा कानून की जरूरत पर भी अपनी बात रखी।

प्राचार्य डॉ. राकेश मेहता ने पत्रकारिता को एक चुनौतिपूर्ण पेशा कहा एवं पत्रकारों के आर्थिक स्थिति एवं समाज में सम्मान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024 का विषय प्रेस फार प्लानेट एडं एनवाइरनमेटल क्राइसिस है। इस तरह 2023 का विषय ‘जर्नलिज्म एवं सर्वलेंस’ था। उन्होंने यह भी कहा कि पेड न्यूज एंड फेक न्यूज को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. पीके अग्रवाल ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मप्र शासन के निर्देशानुसार है। गणित विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि तिवारी भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। प्राचार्य ने दोनों अतिथियों को बैच पहनाकर सम्मानित किया।

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