होशंगाबाद। जिले की वार्षिक साख योजना 2021-22 अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों को समय सीमा में पूर्ण करें। जिले के सर्वांगीण विकास में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। यह निर्देश कलेक्टर होशंगाबाद धनंजय सिंह ने सभी बैंकर्स को दिए हैं। बुधवार को वार्षिक साख योजना के संबंध में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर की अध्यक्षता में डीएलसीसी की बैठक में जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, नाबार्ड से नरेश तिजारे, एलडीएम रमेश हिले एवं सभी के बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी बैंकर्स को कहा है कि वें विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं अंतर्गत जरूरतमंद लोगों को ऋण सुविधा प्रदान कर उनके सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान में सहयोग करें। साथ ही उच्च शिक्षा ऋण एवं ग्रामीण व शहरी आवास योजनाओं में सकारात्मक योगदान प्रदान करें, ताकि योजनाओं का लाभ जरूरतमंद लोगों को मिल सके।
उल्लेखनीय है कि जिले में अग्रणी बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक की अग्रणी बैंक योजना अंतर्गत जिले की वार्षिक साख योजना 2021-22 के लिए 8756.15 करोड़ रुपए की राशि प्रावधानित की गई है। प्लान में जिले के कृषि, उद्योगों के चहुमुखी विकास के साथ गरीबी उन्मूलन व रोजगार मूलक योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से हितग्राहियों को लाभान्वित करने के कार्य को प्राथमिकता दी गई।
जिले की वार्षिक साख योजना के लिए 8756.15 करोड़ की राशि में प्राथमिक क्षेत्र के लिए 7996.50 करोड़ रुपए की राशि निर्धारित की गई है। चूंकि होशंगाबाद जिला कृषि प्रधान जिला है, जिले में कृषि क्षेत्र में ऋण उपलब्ध कराने के लिए 6580.86 करोड़ का लक्ष्य रखा गया हैं। वार्षिक साख योजना में गरीबी उन्मूलन योजनाओं , रोजगार मूलक योजनाओं एवं अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का भी समुचित समावेश किया गया है। सूक्ष्म एवं लघु उद्योग के लिए 1003.18 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है, जिससे स्थानीय स्तर पर कच्चे माल एवं संसाधनों का उपयोग करते हुए जिले में उद्योग का विकास संभव हो पाएगा।