मध्यप्रदेश सरकार के खिलाफ कांग्रेस का विधानसभा घेराव 16 दिसंबर को

Post by: Rohit Nage

Congress' assembly siege against Madhya Pradesh government on 16th December
Bachpan AHPS Itarsi
  • – प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महामंत्री एवं प्रवक्ता माणक अग्रवाल ने बताया मोहन सरकार को फ्लॉप

इटारसी। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर 16 दिसंबर को प्रदेश व्यापी विधानसभा का घेराव किया जाएगा। इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेशभर में कांग्रेस पत्रकार वार्ता कर रही है। किसानों की स्थिति, महिलाओं के शोषण, महिला अपराध, बेरोजगारी, दलित आदिवासियों पर अत्याचार, महंगाई, सहित अनेक जनहित के मुद्दों पर होने वाले घेराव पर आज यहां मप्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माणक अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा की। कुछ स्थानीय सवालों के जवाब जिलाध्यक्ष शिवाकांत पांडेय, श्रीमती नीलम गांधी और नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जैसवाल ने भी दिये।

इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवाकांत गुड्डन पांडेय, वरिष्ठ नेता ओम सेन, मधुसूदन यादव, अजय शुक्ला, नगर पालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष नीलम गांधी, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मयूर जैसवाल, जिला प्रवक्ता अनिल रैकवार, युवक कांग्रेस से सौम्या दुबे, एनएसयूआई के प्रतीक मालवीय, गोल्डी बैस, गोल्डी चौधरी, पूर्व पार्षद इरशाद अहमद सिद्दीकी, सोनू बकोरिया, रवि अग्रवाल, हरीश अग्रवाल सहित अनेक कांग्रेस नेता मौजूद थे।

भाजपा सत्ता के नशे में मदमस्त

माणक अग्रवाल ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता के नशे में इतनी मदमस्त हो गयी है कि प्रदेश का हर वर्ग परेशान है। दलित, आदिवासी, महिला, किसान, युवा सब इस सरकार की नीतियों से परेशान है। जनता पर टैक्स लादकर आर्थिक बोझ लादा जा रहा है, महंगाई की मार से जनता परेशान है, बढ़ते अपराधों से अराजकता का माहौल है, लोग आतंक के साये में जी रहे हैं, महिलाओं की आबरू तार-तार हो रही है, सरकार नींद में सोयी है, कानून व्यवस्था ध्वस्त है और सरकार मदमस्त है।

किसानों से हो रहा है धोखा

विगत बीस साल से भाजपा सत्ता में है, किसानों की आय दोगुनी करने का दावा किया जा रहा था लेकिन किसानों की आय न दोगुनी हुई और ना खेती लाभ का धंधा बनी। बल्कि किसान कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा है। किसान खाद के लिए परेशान है, पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है और ना ही पानी मिल रहा है। विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह ने झूठे आश्वासन दिये, किसानों को भ्रमित करके धान का 31 सौ रुपए और गेहूं का 27 सौ रुपए समर्थन मूल्य का वादा करके सरकार बना ली और न गेहूं का 27 सौ रुपए समर्थन मूल्य दिया। किसान को हमेशा से ही ठगा गया है।

अधिकारियों से लेते हैं पैसे

माणक अग्रवाल ने तो यहां तक कहा कि सरकार में बैठे लोग अधिकारियों से पैसे लेते हैंप, कमीशनखोरी जोरों पर है। इस सरकार में अधिकारी भी परेशान हैं। उन्होंने सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने को कहते हुए सीहोर के आष्टा में व्यापारी और उसकी पत्नी द्वारा आत्महत्या की घटना का उदाहरण दिया। श्री अग्रवाल ने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि कांगे्रस ने उन्हें बहुत कुछ दिया है, वे सदैव पार्टी में रहेंगे और जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे निभाएंगे। पार्टी छोड़कर गये लोगों के वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के लिए पार्टी के दरवाजे बंद हो चुके हैं।

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