इटारसी। कांग्रेस ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया है। जिला मुख्यालय पर दिये ज्ञापन के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिवाकांत पांडेय सहित जिले के कांग्रेसी मौजूद रहे।
ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा कि आज जब भारत 75 वर्षों से अधिक पुराने लोकतंत्र की विरासत का दावा करता है, तब देश के भीतर एक खतरनाक प्रवृत्ति लगातार गहराती जा रही है, केंद्र सरकार द्वारा सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग की। विशेष रूप से विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई, लोकतंत्र की आत्मा को निरंतर घायल कर रही है।
हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध नेशनल हेराल्ड प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप पत्र दाखिल किया है। यह न केवल अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि स्पष्ट रूप से यह केंद्र सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की संकीर्ण मानसिकता का भी प्रतीक है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिस परिवार ने इस देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर किया, जिनके अपने बलिदान हुए, उस गांधी-नेहरू परिवार को केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा सरकार बार-बार अपमानित करने का प्रयास कर रही है। 2014 से लगातार यह देखा जा रहा है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी एजेंसियों का मनमाना उपयोग किया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट है कि यह एक राजनीतिक हथियार के रूप में एजेंसियों को प्रयोग करने की रणनीति है।
राष्ट्रपति से की यह मांग
- आप भारत के संविधान के संरक्षक हैं, कृपया इस गंभीर प्रकरण में स्वत: संज्ञान लें और केंद्र सरकार से जवाब तलब करें कि बिना किसी मूल शिकायत के किस आधार पर वर्षों पुराने प्रकरण को पुन: खोलकर विपक्ष के शीर्ष नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है?
- राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की आड़ में लोकतंत्र को कुचलने की साजिश को रोका जाए। देश की संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा बचाने हेतु भी आप तत्काल हस्तक्षेप करें।