Watch Video : चंदे की रसीद काटने पर विवाद, आदिवासी समिति ने छोड़ा वाहन स्टैंड
इटारसी। महाशिवरात्रि के अवसर पर तिलक सिंदूर में लगने वाले मेला से आदिवासी सेवा समिति ने अपने को अलग कर लिया है। समिति के सहयोग से प्रशासन इस मेला का संचालन कर रहा था, मंदिर के पास आदिवासी सेवा समिति के वालिंटियर सेवा दे रहे थे और चंदे की रसीद भी काट रहे थे। यहां एक पुलिस अधिकारी से इन युवाओं का चंदा लेने की बात पर विवाद हुआ है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि समिति के सदस्यों ने केवल वाहन स्टैंड छोड़ा है, शेष जगह वे सहयोग कर रहे हैं।
बताया जाता है कि एक पुलिस अधिकारी ने इन युवाओं को रसीद काटने, चंदा लेने से मना किया तो विवाद हो गया। अधिकारी ने इन युवाओं को वहां से चले जाने को कहा तो नीचे मेला और वाहन स्टैंड के पास सेवा दे रहे युवाओं को जानकरी मिली। सभी एकत्र हो गये और अन्य अधिकारियों से बातचीत हुई तो अधिकारियों ने भी कह दिया कि आप लोग जाइये हम कर लेंगे। इसके बाद युवा नाराज हो गये। हालांकि बाद में तहसीलदार राजीव कहार ने दोनों पक्षों में बातचीत कर मामले का हल निकालने का प्रयास किया, लेकिन आदिवासी सेवा समिति के सदस्य वाहन स्टैंड से हट गये।
आदिवासी सेवा समिति के मीडिया प्रभावी विनोद वारिबा का कहना है कि हमने एसडीएम और अन्य अधिकारियों से बातचीत की तो उनका भी जवाब यही था कि हम कर लेंगे। इसके बाद सभी वापस आ गये। अब प्रशासन ही वहां की व्यवस्था देख रहा है, हम नहीं। इस मामले में एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी से संपर्क करने का प्रयास किया तो तिलक सिंदूर में नेटवर्क नहीं होने से बात नहीं हो सकी।
तहसीलदार राजीव कहार का कहना है कि आदिवासी समिति के सदस्य दानपेटी में दान के अलावा पर्ची काट रहे थे, उनको यही समझाया है कि दान राशि दानपेटी में ही जाने दें, अलग से रसीद नहीं काटें। समझाईश पर समिति के सदस्य मान गये केवल उन्होंने खुद को वाहन स्टैंड पर सेवा देने में असमर्थता जतायी है, तो प्रशासन ने यहां अपनी व्यवस्था कर ली है।