कोरोना इफेक्ट: न सामूहिक विवाह होंगे, ना ही निकलेगी बारात
समिति की एक बैठक में कोविड-19 की गाइडलाइन को लेकर यह निर्णय लिया है।
इटारसी। होशंगाबाद जिले (Hoshangabad district) के सबसे बड़े धार्मिक सह सामाजिक आयोजन श्री राम विवाह (Shri Ram Vivaah) एवं नि:शुल्क सामूहिक विवाह उत्सव (Samuhik Vivaah Utsav) का आयोजन इस वर्ष कोरोना गाइड लाइन (Corona GuideLine) के कारण नहीं हो सकेगा। पिछले साढ़े तीन दशक से भी अधिक समय से हो रहा यह आयोजन इस वर्ष केवल श्रीराम विवाह की परंपरा तक सीमित रहेगा। हर वर्ष की तरह इस वर्ष न तो श्री द्वारिकाधीश मंदिर से बारात निकलेगी और ना ही सामूहिक विवाह के आयोजन होंगे। जिला ही नहीं देश के अन्य अनेक प्रांतों में भी इटारसी के श्री देवल मंदिर काली समिति (Shri Deval Mandir Kali Samiti) के इस आयोजन की चर्चा होती है। यहां कई प्रांतों के वर-वधुओं ने आकर अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत की है और हजारों गरीब परिवारों के बच्चों का नि:शुल्क विवाह यहां से हुआ है। श्री देवल मंदिर काली समिति के तत्वावधान में 17, 18 एवं 19 दिसंबर को श्री राम विवाह की परंपरा ही निभायी जा सकेगी।
समिति करेगी सहयोग
आज श्री देवल मंदिर काली समिति की बैठक में निर्णय लिया कि श्रीराम विवाह में शामिल होने वाले वर-वधू जिनका पंजीयन समिति में होता है, वह अपने घर से ही विवाह संपन्न कराएंगे और विवाह संपन्न कराने में समिति उन्हें यथासंभव सहयोग करेगी। श्री राम विवाह की बारात इस वर्ष श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर से नहीं निकाली जाएगी। देवल मंदिर परिसर से बारात निकालकर देवल मंदिर पर ही संपन्न होगी।
भंडारा भी नहीं होगा
श्री राम विवाह महोत्सव (shree raam vivaah mahotsav) श्री देवल मंदिर पुरानी इटारसी के प्रांगण में संपन्न किया जाएगा। कोरोना गाइड लाइन के कारण इस वर्ष भंडारा भी नहीं करने का निर्णय समिति ने लिया है। तीन दिवसीय कार्यक्रम में 17 दिसंबर को मंडप, 18 को सत्यनारायण कथा, चीगट तथा मायना, 19 दिसंबर को अखंड कीर्तन सुबह 7 बजे से, श्रीराम जी के विवाह को संपन्न कराने विधि विधान से पूजन किया जाएगा।
सभी कार्यक्रम मंदिर में होंगे
श्री राम विवाह उत्सव के सभी कार्यक्रम देवल मंदिर में हीकिए जाएंगे। समिति के सदस्यों ने बताया इटारसी सहित प्रदेश के ग्रामीण अंचलों से गरीब परिवार के लोग इस आयोजन में अपनी पुत्र एवं पुत्री का विवाह संपन्न कराते हैं। लेकिन इस वर्ष कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए सामूहिक विवाह एवं भंडारा सहित श्रीराम बारात नहीं निकाली जाएगी। तीन दिवसीय सारे आयोजन देवल मंदिर में ही किए जाएंगे।