इटारसी। इस साल दीपावली के त्योहार पर बाजार में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। हर साल जहां पीओपी (प्लास्टर ऑफ पेरिस) की मूर्तियों और साधारण दीयों का बोलबाला रहता था, वहीं इस बार शहर के बाजारों में गाय के गोबर से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों और दीयों ने धूम मचा दी है। पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता के बीच, ग्राहक अब इको-फ्रेंडली विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं और गौमय (गाय के गोबर से बने) उत्पादों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
200 प्रकार के उत्पादों से बाजार में रौनक
गोबर से निर्मित इन अनूठे उत्पादों को तैयार करने वाले कारीगर अभिनंदन गौर ने बताया कि उनका परिवार मिलकर 200 प्रकार के गोबर से बनी वस्तुएं बनाता है। उन्होंने विशेष रूप से दीपावली को खास बनाने के लिए गाय के गोबर के दीये और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के साथ-साथ मालाएं और मोबाइल स्टैंड जैसी आकर्षक वस्तुएं भी तैयार की हैं। गौर ने बताया कि इन गौमय मूर्तियों की मांग इतनी अधिक रही कि दीपावली पर्व पर लोगों ने इनकी खूब खरीदी की। बाजारों में गोबर से निर्मित मूर्तियों और दीयों के अलावा, गोबर से बनी हवन सामग्री और धूपबत्ती भी उपलब्ध हैं, जिनमें लोगों की खासी दिलचस्पी देखी जा रही है।
जैविक बाजार में विशेष स्टॉल
इन हर्बल और पर्यावरण-हितैषी उत्पादों को शहर में खूब पसंद किया जा रहा है। अभिनंदन गौर प्रति रविवार को ऑडिटोरियम में लगने वाले जैविक बाजार में भी अपना स्टॉल लगाते हैं, जहां ये उत्पाद हमेशा ग्राहकों के आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। गोबर से बने इन उत्पादों का उपयोग न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि यह गाय और गौ-आधारित उद्योगों को भी बढ़ावा देता है। यह पहल ‘स्थानीय’ उत्पादों को बढ़ावा देने के सरकारी प्रयासों को भी मजबूती दे रही है। आज उन्होंने ऑडिटोरियम के पीछे अटल पार्क की दीवार के पास गांधी प्रतिमा के सामने दुकान लगायी है।








