इटारसी। पुरानी इटारसी स्थित खेड़ापति मंदिर पास एक प्लाट में कई गायों के कैद होने और कुछ गायों की मौत होने की सूचना पर आज करणी सेना के पदाधिकारियों ने पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। करणी सेना का कहना है कि अत्यंत अमानवीय तरीके से कई गायों को कैद करके रखा था और कुछ गायों की मौत होने पर जमीन में दफन भी कर दिया गया। मामले में सोशल मीडिया पर मुन्ना पटेल के बाड़े में गाय होने की सूचना पोस्ट की गई हैं।
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है। करणी सेना के मोती सिंह राजपूत का कहना है कि संगठन के एक सदस्य ने एक दिन पूर्व ही यहां का वीडियो भी बनाया था। करीब आठ से दस गाय मरी हैं जिन्हें जमीन में दफनाया गया है। करणी सेना के जिलाध्यक्ष विकास सिंह पवार के नेतृत्व में मोती सिंह राजपूत, परेश सिंह सिकरवार, सचिन राजपूत, सौरभ राजपूत, राम राजपूत सहित अनेक पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तो गायों को बाड़े से आजाद कर दिया। कुछ गायें जमीन में आधी-अधूरी दबी हैं।
बताया जाता है कि खेत में जो भी गाय घुस जाती हैं, उनको यहां एक स्थान पर बंधक बना लिया जाता है और उनको भूखे-प्यासे रखकर प्रताडऩा दी जाती है। आज जब करणी सेना पहुंची तो कई गायों को छोड़ दिया गया है। पुलिस मामले में जानकारी जुटा रही है। इधर करणी सेना ने मामले में पुलिस थाने में आवेदन देकर मामले की जांच और दोषी पर कार्रवाई की मांग की है।
सतीश पटेल मुन्ना पर कार्यवाही कर गिरफ्तार किया जाए
श्री दुर्गा नव ग्रह मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद पगारे ने कहा है कि इटारसी पुलिस सतीश पटेल उर्फ मुन्ना को तत्काल गिरफ्तार करें और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही करें। पिछले कई वर्षों से सतीश पटेल आसपास के गांव के एवं शहर के गैवंश को उनके खेत में घुसने पर बंधक बनाते हैं। कांटेदार तारों से बांधते हैं। उन्हें भूखा प्यासा रखते हैं, यातनाएं देते और गौ वंश मर जाएं तो जेसीबी मशीन से उनको वही दफनाते हैं। ऐसे क्रूर व्यक्ति के विरुद्ध करणी सेना ने जो आंदोलन किया है, हम उसका पूरी तरह समर्थन करते हैं और पुलिस अधीक्षक एवं इटारसी पुलिस से अनुरोध करते हैं कि ऐसे व्यक्ति को पुलिस तत्काल गिरफ्तार करें। हिंदू भावना को आहत करने वाला यह गंभीर मामला है और इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए।