नर्मदापुरम। ग्वालटोली निवासी बाबूलाल परते के भारतीय स्टेट बैंक के खाते से धोखाधड़ी से जमा कराये 92 हजार रुपए सायबर सेल ने आवेदक के खाते में जमा कराये हैं। शिकायतकर्ता बाबूलाल परते निवासी ग्वालटोली नर्मदापुरम ने सायबर सेल में एक शिकायत की जिसमें बताया कि आवेदक के स्टेट बैंक आफ इंडिया के खाता क्रमांक 20094719797 में मेरे परिचित द्वारा ट्रांसफर की गई कुल राशि 92,000 रुपये आवेदक के खाते में प्राप्त नहीं हुई।
उक्त शिकायत में लाभान्वित खाते की डिटेल बैंक से प्राप्त की गई जो कि झाबुआ का खाता होना पाया गया। उक्त संबंध में सायबर सेल झाबुआ व थाना प्रभारी कालीदेवी निरीक्षक प्रदीप बॉटर जिला झाबुआ के सहयोग से प्रार्थी को 92,000 रुपये संपूर्ण राशि आवेदक को प्रदाय कराई गई। उक्त कार्य में सायबर सेल नर्मदापुरम, सायबर सेल झाबुआ व थाना प्रभारी कालीदेवी निरीक्षक प्रदीप वॉटर जिला झाबुआ की भूमिका रही।
नर्मदापुरम पुलिस द्वारा जारी ध्यान रखने योग्य बातें
- यदि आपके साथ किसी भी प्रकार का वित्तीय/ सायबर धोखाधड़ी होती है तो तत्काल सायबर हेल्प लाईन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करे या सायबर हेल्प लाईन पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
- वर्तमान में फ्राडस्टर द्वारा एक लिंक व्हाट्स अप पर भेजी जा रही है ये apk फाईल है जो आसानी से आपके मोबाईल को हैक कर उस पर आये हुये ओटीपी को अपने आप फ्राडस्टर को टेक्सट मेसेज के माध्यम से रिसेंड हो रहा है।
- मोबाईल गुम होने या चोरी होने की दशा में तत्काल दूसरे मोबाईल या कम्पयूटर सिस्टम पर जाकर अपने सोशल अकाउट का पासवर्ड चेंज करें और गुगल-पे/फोन-पे/पेटीएम वालेट को ब्लॉक करवायें तथा नेट बैकिंग से संबंधित एप्लीकेशन की लाग ईन आइटी और पासवर्ड चेंज करे।
- – अनजान कॉलर की बातों पर विश्वास करके बैंक खाते/एटीएम/क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर ना करें।
- – अनजान कॉलर की बातों पर विश्वास करके मोबाईल पर आये हुये ओटीपी शेयर ना करे। 6 सोशल अकाउंट तथा नेट बैंकिंग से संबंधित या मोबाईल के स्क्रीन लॉक का पासवर्ड अपना मोबाइल नंबर न रखें।
- सायबर धोखाधड़ी का शिकार होने पर सायबर सेल नर्मदापुरम के सायबर हेल्प लाईन नंबर 7049126590 पर कॉल कर शिकायत के संबंध में चर्चा अनुसार कार्यावाही करे।
- – अनजान कॉलर द्वारा पुलिस बनकर आनलाईन गिरफ्तारी (डिजीटल अरेस्ट) करने संबंधी धमकी देकर पैसों की मांग करने पर विश्वास न करें, यह एक सायबर फ्राड का तरीका है।