इटारसी। शहर में मृत्यु दर बढ़ी है। ऐसा शांति धाम शमशान घाट(Shanti dham Samsaan Ghat) में अंतिम संस्कार (Antim Sanskar) के लिए आने वाली संख्या के आधार पर कहा जा सकता है। हालात यह है कि शांतिधाम समिति (Shantidham samiti) को खुले आसमान के नीचे दो अतिरिक्त प्लेटफार्म का निर्माण करना पड़ा।
शांति धाम शमशान घाट जनभागीदारी समिति गोकुल नगर खेड़ा इटारसी (Public Participation Committee Gokul Nagar Kheda Itarsi) के सदस्य कार्यकारी प्रमोद पगारे (Executive Pramod Pagare) ने बताया कि 22 मार्च के बाद से मौतों का सिलसिला चल रहा है। परंतु सितंबर माह में अति हो गई। एक माह में 77 अंतिम संस्कार शांतिधाम में हुए। दो दिन पूर्व पूरे दिन भर में 11 अंतिम यात्रा शांति धाम में पहुंची। जगह केवल 9 के लिए थी। खुले आकाश के नीचे दो शवों का अंतिम संस्कार कराया गया। परिस्थितियों को देखते हुए समिति ने दो अतिरिक्त प्लेटफार्म शवदाह के लिए खुले आकाश के नीचे बनाए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 80 से 90% के बीच में 60 साल से 90 साल तक के व्यक्तियों का अंतिम संस्कार हो रहा है। इटारसी शहर वासियों को इस पर चिंता करना चाहिए। अक्टूबर के महीने में भी 11 अक्टूबर तक 26 शवों का अंतिम संस्कार हो चुका है इसके अलावा मुक्तिधाम एवं नर्मदा जी होशंगाबाद जाने वालों की संख्या अलग है।
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कोरोना काल में बढ़ी शहर में मृत्युदर

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