इटारसी। कोविड-19 के कारण धड़ाम रहे बाजार (Market) में त्योहारी सीजन (Festival Season) में धीरे-धीरे उठाव आ रहा है। हमेशा गुलजार रहने वाला बाजार पिछले लगभग छह महीने बेरौनक रहा और अनलॉक के बाद अब त्योहारी सीजन में इस बाजार में भी रौनक लगातार बढ़ रही है। खासकर करवा चौथ (Karwa Chouth) पर्व नजदीक होने से महिलाओं ने खरीदारी तेज कर दी है। ऐसे में इस बाजार के दुकानदारों को भी त्योहारी सीजन में अच्छा व्यवसाय होने की उम्मीद जगी है।
4 नवंबर को करवा चौथ पर्व (Karwa Chouth Festival) मनाया जाएगा और बाजार में पूजन सामग्री के साथ ही कपड़ा बाजार सहित सराफा, मिठाई की दुकानों पर रौनक लौट रही है तो चूड़ी, मनिहारी के साथ ही ब्यूटी पार्लर को भी उम्मीदें बंध गयी हैं। करवा चौथ के लिए सोमवार को महिलाएं खरीदारी करने बाजार में पहुंचीं। अभी मंगलवार का दिन भी करवा चौथ की खरीदारी में उम्मीदों भरा रहने वाला है। त्योहारी सीजन आने से व्यवसाय और अच्छा होने की उम्मीद जगी है।
करवा चौथ व्रत नियम
करवा चौथ का व्रत सूर्योदय होने से पहले शुरू और चांद निकलने तक किया जाता है। यह व्रत चंद्र दर्शन के बाद ही खोलने का नियम है। महिलाएं शाम के समय चंद्रोदय से लगभग एक घंटा पहले संपूर्ण शिव-परिवार की पूजा करती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं और चंद्रमा को अघ्र्य देने के बाद पति को छलनी में दीपक रख कर देखने के बाद ही व्रत संपन्न करती हैं। पति जल पिलाकर पत्नी के व्रत को तोड़ता है। यह व्रत पति की दीर्घायु के लिए किया जाता है और माना जाता है कि चंद्रमा को आयु, सुख और शांति का कारक माना जाता है और इनकी पूजा से वैवाहिक जीवन सुखमय बनता है और पति की आयु भी लंबी होती है। इसलिए इस व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है।