बिजली को लेकर प्रदर्शन, गेट पर चढ़े, पुलिस से हुई बहस

बिजली को लेकर प्रदर्शन, गेट पर चढ़े, पुलिस से हुई बहस

बिजली संबंधी समस्या को लेकर कांग्रेस ने दिया धरना
इटारसी।
नगर में अघोषित बिजली कटौती, बार-बार हो रहे फाल्ट से बिजली नहीं मिलने, किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिलने, बिजली विभाग के अधिकारियों के कथित दुव्र्यवहार जैसे मसलों को लेकर आज नगर कांग्रेस कमेटी ने बिजली दफ्तर के सामने करीब दो घंटे धरना दिया और नारेबाजी कर डीई को ज्ञापन सौंपा।

जब कांग्रेसी धरना स्थल से बिजली विभाग के दफ्तर की तरफ नारेबाजी करते पहुंचे तो मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने गेट बंद कर दिया। कांग्रेसियों ने गेट को खोलने के लिए धक्का देना शुरु कर दिया। बाहर से कांग्रेस धका रहे थे और भीतर से पुलिस कर्मी और बिजली विभाग के कर्मचारी रोक रहे थे। करीब दस मिनट तक यह सब चला। इस दौरान कई युवा कांग्रेस नारे लगाते हुए गेट पर चढ़े और कई भीतर भी कूद गये। इसके बाद आखिरकार गेट खोल दिया। अचानक भी जाते वक्त एसआई राधेश्याम पवार से नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जैसवाल की बहस हो गयी। पवार ने एफआईआर करने जैसा शब्द कहा तो बहस बढ़ गयी और कांग्रेसियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ ही नारेबाजी प्रारंभ कर दी। हालांकि बाद में समझाईश से सब शांत हो गया।

डीई को बतायी समस्याएं

पूर्व मंत्री विजय दुबे काकूभाई के नेतृत्व में कांग्रेस ने डीई को ज्ञापन दिया और शहर तथा ग्रामीण अंचलों में हो रही बिजली संबंधी परेशानियों, मैदान में मौजूद बिजली कर्मियों के दुव्र्यवहार, बिजली नहीं मिलने से फसल की स्थिति जैसी बातों से अवगत कराया। अधिकारियों ने उनके स्तर की समस्याएं शीघ्र हल करने और उच्च स्तर की समस्याओं को उच्च स्तर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन

कांग्रेस ने 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन उर्जा मंत्री के नाम उप महाप्रबंधक राजीव रंजन को दिया। कहा कि कमलनाथ सरकार में 100 यूनिट तक 1 रुपए प्रति यूनिट बिजली बिल उपभोक्ता को दिया जाता था, लेकिन सरकार बदलते से ही भाजपा ने योजना को बंद कर दिया है। पूर्व सूचना के बिजली कटौती को लेकर कड़ा विरोध जताया। पूर्व एई डेलन पटैल की कार्यप्रणाली को याद करते हुये वर्तमान अधिकारी को भी उसी प्रकार कार्य करने आग्रह किया। आउटसोर्सिंग एवं संविदा कर्मचारियों के नियमतीकरण की मांग, घटिया विद्युत उपकरण को हटाकर गुणवत्ता युक्त उपकरण लगाने की मांग की गई।

इन्होंने संबोधित किया

करीब दो घंटे चले धरने को किसान नेता मोहन झलिया, नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जैसवाल, जितेन्द्र ओझा, गजानन तिवारी, इरशाद अहमद सिद्दीकी, अधिवक्ता संतोष गुरयानी, कर्मचारी नेता किशोर मैना, गोल्डी बैस, सौम्य दुबे आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पार्षद धर्मदास मिहानी, लखन बैस, ओम सेन, लाली परमजीत सिंह सलूजा, सर्वप्रीतसिंघ भाटिया, अजय मिश्रा, नीलेश मालानिया, नवल पटेल, प्रतीक मालवीय, विक्रमादित्य तिवारी, पक्कूभाई, अनिल बस्तवार, मुकेश यादव, मयंक चौरे, देवी मालवीय, अनिल रैकवार, जित्तू राजपूत, अरविंद चंद्रवंशी, रामशंकर सोनकर, नर्बदा प्रसाद रैकवार सहित अनेक कांग्रेसी मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम का संचालन हिमांशु बाबू अग्रवाल ने किया।

धरने में ये बोले कांग्रेसी

2003 में जब भाजपा सत्ता में आयी थी तो बिजली और सड़क को ही मुद्दा बनाया था। आज वही हालात भाजपा के सामने हैं। ये लोग केवल लूट खसोट करने में लगे हैं, निजी कंपनियों को और अपने लोगों को ही लाभ पहुंचा रहे हैं, इनका जनता की परेशानी से कोई सरोकार नहीं है।

विजय दुबे काकूभाई, पूर्व मंत्री

जनप्रतिनिधि सोये हुए हैं। विभाग के अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। यही हालात रहे तो कांग्रेस चुप बैठने वाली नहीं है, अभी तो यह केवल चेतावनी है। आगे हम उग्र आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।

श्रीमती नीलम गांधी, पूर्व नपाध्यक्ष

बेहिसाब कटौती हो रही है, किसान परेशान हैं, जनता परेशान हैं और अधिकारियों को इनकी परेशानियों से कोई मतलब नहीं है। पूरे प्रदेश में कमोबेश यही हालात हैं।

अर्जुन सिंह ठाकुर, पूर्व पार्षद

यह सरकार केवल बड़ी-बड़ी घोषणा करती है, बिजली महंगी करने जैसे फैसले लिए जा रहे हैं जो सीधे जनता को प्रभावित कर रहे हैं। प्रॉपर वोल्टेज नहीं मिल रहा है, उपकरण घटिया स्तर के हैं जो बार-बार खराब हो रहे हैं, यह स्थिति ज्यादा दिन नहीं चलेगी, अधिकारी चेत जाएं, हम आगे उग्र आंदोलन करेंगे और आपकी नींद हराम कर देंगे।

अर्जुन भोला, युवा नेता

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AUTHORRohit

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