होशंगाबाद। शासकीय नर्मदा महाविद्यालय (Government Narmada College) के वाणिज्य विभाग में आज विश्व बैंक परियोजना (World Bank Project) के तहत व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ एन चौबे (Principal Dr. N. Chaubey) ने शुभकामना संदेश में कहा कि आज के इस भाग दौड़ और व्यस्त जीवन में आवश्यक है, कि हम अपने कार्यालय के वातावरण को सकारात्मक बनाए, जो हमारी कार्यक्षमता, व्यवसाय और कार्यों को बेहतरीन बनाता है।
विभागाध्यक्ष डॉ एस सी हरने (Head of Department Dr. SC Harne) ने स्वागत उद्बोधन के साथ विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि हमारे आसपास का माहौल, हमारी कार्यशैली पर प्रभाव डालता है, अतः हमें शिक्षा को बेहतर बनाना है तो विद्यार्थियों को अनुकूल वातावरण देना होगा।
विशिष्ट वक्ता डॉ. कमल वाधवा ने छात्रों से अपने संबोधन में बताया कि जीवन में प्राथमिकताओं के आधार पर समय का उचित प्रबंधन हमें तनाव से बचाता है। योग ध्यान खेल और मनोरंजन द्वारा भी हम अपनी दिनचर्या को उर्जा और स्फूर्ति पूर्ण बना सकते हैं ।
विशिष्ट वक्ता योगेश खंडेलवाल जी ने अपने व्याख्यान में कहा कि सार्थक को ग्रहण करना और निरर्थक को छोड़ देना ही तनाव प्रबंधन है। उन्होंने वस्तुनिष्ठ, तार्किक, व्यवहारिक प्रश्नों द्वारा तथा चल चित्रों के माध्यम से तथा विज्ञापनों के द्वारा भावनात्मक एवं बुद्धिमत्ता का मापन कैसे किया जाता है का पीपीटी के द्वारा प्रस्तुतीकरण किया अर्थात बुद्धि और भावना दोनों को ही समय परिस्थिति के द्वारा संतुलित करने से ही जीवन तनाव रहित हो सकता है।
अंत में डॉक्टर मीना कीर ने प्रतिवेदन और आभार प्रस्तुत करते हुए कहा कि, विद्यार्थी जीवन में किया गया तनाव और समय का नियोजन ही श्रेष्ठ उपलब्धियों की ओर ले जाता है। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉक्टर दिनेश श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। तकनीकी सहयोग श्रीमती चेतना पनवार, श्रीमती नीता वर्मा ,श्री एस के झा, श्री उमेश सेन के द्वारा किया गया। प्रतिवेदन लेखन का कार्य डॉ अंजना यादव के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में समस्त छात्र छात्राओं की सहित डॉ आर एस बोहरे, डॉ प्रीति उदयपुरे , डॉ रश्मि तिवारी, डॉ मीना कीर डॉ मालती शाक्य ,डॉ रोशनी थापक एवं समस्त वाणिज्य विभाग उपस्थित रहा।
वाणिज्य विभाग द्वारा व्याख्यानमाला का आयोजन

For Feedback - info[@]narmadanchal.com







