श्रीराम व्याख्यान संगोष्ठी में श्रीराम के आदर्श और चरित्र का वर्णन

Rohit Nage

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Dr RB Agrawal

इटारसी। हम सभी के राम कमेटी के तत्वावधान में श्रीराम विराजमान के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर श्रीराम (Shri Ram) व्याख्यान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ता वरिष्ठ समाजसेवी महेश रावत (Mahesh Rawat) ने कहा कि 500 वर्षों के महासंघर्ष में असंख्य सनातनियों के बलिदान के पश्चात हमारे प्रभु श्री राम (Prabhu Shri Ram) जी अपने मंदिर में विराजमान हुए हैं।

उन्होंने श्री राम जी के आदर्श एवं चरित्र पर व्याख्यान दिया। श्री रावत ने कहा कि श्री राम जी ने पिता की आज्ञा का पालन करते हुए वन गमन किया। वन में शबरी (Shabari) के बेर खाकर सर्वधर्म प्रेम सद्भावना का संदेश समाज को दिया। 14 वर्ष कंदमूल फल खाकर अपना जीवन यापन कर वनों में कठिन परिश्रम कर अपने जीवन को निर्वाह कर उदाहरण पेश किया।

इस संगोष्ठी का यह आयोजन प्रथम वर्ष में आयोजन किया गया था। अब निरंतर प्रत्येक वर्ष 22 जनवरी को बड़े रूप में श्री राम जी व्याख्यान संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर नवीन शर्मा (Naveen Sharma) विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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