इटारसी। संस्कृत को घर घर में पहुंचाने और बच्चों को भारतीय संस्कार से परिचय कराने के उद्देश्य से परशुराम सेना ने देववाणी संस्कृत अध्ययन शिविर का शुभारंभ किया। संस्कृत कई भारतीय भाषाओं की जननी है, संस्कृत भारत को एकता के सूत्र में बांधती है आज के आधुनिक जीवन में संस्कृत भाषा का प्रचलन कम होता जा है।
हमारी नयी पीढ़ी के बच्चों को हमारे भारतीय संस्कार और बोलचाल में संस्कृत भाषा के उपयोग के उद्देश्य से परशुराम सेना ने आज तारीख 20 मई से 26 मई तक चलने वाले निःशुल्क शिविर का आयोजन किया है। शिविर में संस्कृत भारतीय के जिलाध्यक्ष सुधांशु शेखर मिश्र एवंगोपाल पाण्डेय के द्वारा बच्चों को अध्ययन कराया जा रहा है।
शिविर का शुभारंभ पं प्रभात शर्मा, परशुराम सेना के संरक्षक संजय दुबे, आशीष दुबे, पवन शुक्ला, मनोहर तिवारी के करकमलों से भगवान श्री परशुराम जी और विद्या की माता सरस्वती का पूजन के द्वारा किया गया।
शिविर के पहले दिन के समापन पर उपस्थित हुए अतिथि संतोष भारद्वाज, सौरभ शुक्ला, दिनेश उपाध्याय, संजय बाजपेयी, संतोष शर्मा, दर्शन तिवारी द्वारा प्रेरणादायी बातें सुनकर बच्चे उत्साहित हुए।
अतिथियों द्वारा बच्चों को खाद्य सामग्री प्रदान की गई। शिविर में मंच संचालन परशुराम सेना के जिलाध्यक्ष प्रकाश दुबे और आभार प्रकट परशुराम सेना के नगराध्यक्ष मनोज शर्मा द्वारा किया गया।