जनपद सदस्यों ने जनपद पंचायत दफ्तर में की तालाबंदी

Post by: Rohit Nage

  • पांच सूत्री मांगों के साथ दिया ज्ञापन
  • विकास के लिए 25 लाख की मांग
  • मानदेय बढ़ाने, कक्ष देने की मांग

इटारसी/केसला। जनपद सदस्य एकता संघ ने आज पांच सूत्री मांगों को लेकर नर्मदापुरम की सभी जनपदों में तालाबंदी एवं धरना प्रदर्शन किया। इसी के अंतर्गत जनपद मुख्यालय केसला में भी धरना प्रदर्शन किया और जनपद कार्यालय में तालाबंदी की गई।

इस अवसर पर अर्चना मेहतो, सोनू उइके, रजनी सल्लाम, अशोक बरखने, उमेश इरपाचे, सुखराम कुमरे, विजय कावरे, संजय यादव, सुनील नागले, रविकांत महलहा ब्लॉक अध्यक्ष जनपद संघ, रमेश कटारे सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। जनपद सदस्यों ने अतिरिक्त तहसीलदार निधि चौधरी को अपनी पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन दिया।

इनकी मांगें हैं

पंचायतीराज अधिनियम 1993 में जनपद सदस्यों को जो अधिकार प्रदान किया गया था उसे पुन वापस प्रदान करें। जनपद पंचायत सदस्यों के अधीन पंचायत में भवन बैठक की व्यवस्था बहाल की जावे तथा सदस्यों को मोबाइल नंबर ग्राम पंचायत एवं चौपाल में अंकित होने का अधिकार प्रदान किया जाए। ग्राम सभा व ग्राम पंचायत के प्रत्येक कार्य के लिए संबंधित क्षेत्र के जनपद सदस्य की पूर्ण सहमति वअनुमोदन होने का अधिकार प्रदान किया जाये। जनपद सदस्यों को मानदेय की राशि कम से कम 15000 रुपये तथा भत्ता राशि अलग से प्रदान की जाये। जनपद सदस्यों की राशि को टाईट व अनटाइट से मुक्त कर परफामेंस की राशि के रूप में पच्चीस लाख रुपए समान रूप से हर सदस्य को प्रदान की जाए।

जनपद सदस्यों ने कहा कि जनपद की कार्य योजना में नाम जोडऩे के लिए जनपद सदस्यों को अपने कार्यक्षेत्र की पंचायतों से प्रस्ताव मंगवाना पड़ता है, स्वयं सदस्यों का अधिकार मिले वगैर पंचायत के प्रस्ताव के अपने कार्यक्षेत्र की पंचायतों का नाम जनपद की कार्य योजना जुड़वा सकें। प्रदेश संगठन ने प्रदेश सरकार को मांगों को लेकर ज्ञापन दिया था और 10 दिन के अंदर मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन का अल्टीमेटम दिया था। मांगे नहीं मानने पर संघ ने शांतिपूर्वक 23 जनवरी 2023 को जनपद कार्यालयों में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया।

ये बोले जनपद सदस्य

हमारी पांच सूत्री मांगें हैं, 1993 में बने कानूनों को कम नहीं किया जाए, मानदेय बहुत कम है, उसे बढ़ाया जाए, विकास के लिए प्रत्येक जनपद क्षेत्र में 25 लाख रुपए दिये जाएं, सरपंच विकास कार्य में जनपद सदस्यों से तालमेल बनाकर काम करें, महिला सरपंचों के पति हस्तक्षेप न करें।
रविकांत महाला, ब्लाक अध्यक्ष जनपद सदस्य एकता संघ
मैं जनपद सदस्यों के इस आंदोलन और उनकी मांगों का पूर्ण समर्थन करता हूं। मानदेय बढऩा चाहिए, विकास राशि बढऩा चाहिए। मुझे भी दो वर्ष की राशि नहीं मिली है, वह राशि मिलना चाहिए।
गनपत उईके, पूर्व अध्यक्ष केसला जनपद पंचायत
हमारा मानदेय बढ़ाया जाना चाहिए। विकास के लिए राशि मिले और जनपद पंचायतों में जनपद सदस्य के बैठने के लिए कक्ष हो। सरपंच विकास में सलाह नहीं लेते, वे मनमानी करते हैं, उनको सलाह लेना चाहिए।
आशा उईके, जनपद सदस्य चांदौन

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