कार्यशाला में अभिनय कला के गुर सिखाए

Post by: Poonam Soni

संस्कार मंडपम में संभाग स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ

इटारसी। सोनासांवरी स्थित संस्कार मंडपम (Sanskar Mandapam) में अभिनय कला की कार्यशाला का आयोजन आज से प्रारंभ हुआ। कार्यशाला में पंद्रह दिन तक अभिनय कला की बारीकियां सिखाई जाएंगी। शुभारंभ अवसर पर अभिनय कला मर्मज्ञ विवेक सिंह, सरताज सिंह चौहान, नीरज सिंह चौहान, पवन पालीवाल, कर्मवीर सिंह राकेश अहिरवार, प्रियंक नागर अभिषेक सैनी मंचासीन हुए।
कार्यक्रम संचालक बीके पटेल ने संभाग स्तर की रंगमंचीय अभिनय कार्यशाला के आयोजन के औचित्य पर जानकारी दी एवं कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य नर्मदापुरम संभाग के प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें अभिनय कला को निखारने के लिए मंच प्रदान करना है।
अतिथियों ने अभिनय कला की बारीकियों की विस्तार से जानकारी दी एवं कहा कि नाट्यशास्त्र के रचयिता भरत मुनि ने इसे पंचम वेद की संज्ञा दी। अभिनय कला में बॉडी लेंग्वेज को महत्व पूर्ण बताया। यह कहा कि एक सच्चे कलाकार को अपने आसपास के वातावरण के प्रति जागरूक होना चाहिए।
प्रियंक नागर ने प्रतिभागियों को तीन-तीन के समूह में एकत्र कर आपस की जानकारी शेयर करने की बात कही। विवेक सिंह एवं पवन पालीवाल ने हिंदी उच्चारण के माध्यम से व्होकल कार्ड को मजबूत बनाने की बात कही एवं इसकी रिहर्सल कराई। सरताज सिंह, अभिषेक सैनी, नीरज सिंह व राकेश अहिरवार ने अभिनय के माध्यम से प्रस्तुति दी। प्रथम दिवस की कार्य शाला का समापन ऊं के सामूहिक नाद के साथ हुआ। संचालन विनोद कुशवाहा एवं राजकुमार दुबे ने संयुक्त रूप से किया। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस 22 प्रतिभागियों की उपस्थिति रही जिसमें शहर के साथ साथ वर्धा महाराष्ट्र, सिवनी मालवा, होशंगाबाद, भीलाखेड़ी, तरौंदा, न्यूयार्ड आदि से उपस्थित रहे।

 

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