- परीक्षाओं को देखते हुए प्रशासन ने बुलायी डीजे, मैरिज गार्डन संचालकों की बैठक
- अधिकारियों ने कहा, आपका शहर है और बच्चे और बुजुर्ग भी आपके अपने हैं
- बार-बार समझाईश की नौबत न लाएं, अप्रिय निर्णय न लेना पड़े इसका ध्यान रखें
इटारसी। पुलिस और प्रशासन ने आज शहर के डीजे संचालक, मैरिज गार्डन संचालकों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिये हैं कि डीजे और मैरिज गार्डन में साउंड रात दस बजे के बाद नहीं सुनाई दे, अन्यथा अब प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा। प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि यह अंतिम बार समझाईश है, डीजे और मैरिज गार्डन संचालक प्रयास करें कि बार-बार समझाईश की नौबत न आए या हमें सख्ती से पेश न आना पड़े। परीक्षाओं का समय है, विद्यार्थियों और नागरिकों के हमारे पास कॉल आ रहे हैं, आप स्वयं अपने संगठन में निर्णय लें कि रात 10 के बाद न तो डीजे बजेगा और ना ही मैरिज गार्डन में कोई साउंड। ऐसे में कोई आपको मजबूर नहीं करेगा। स्वयं पहल करके निर्णय लें और प्रदेश में इटारसी की एक मिसाल पेश करें।

बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व टी प्रतीक राव, आईएएस, एसडीओपी वीरेन्द्र कुमार मिश्रा, तहसीलदार शक्ति सिंह, टीआई गौर गौरव सिंह बुंदेला सहित नगर के अनेक डीजे संचालक और मैरिज गार्डन संचालक उपस्थित थे।
गाइड लाइन का पालन करें
एसडीएम टी प्रतीक रावत ने कहा, डीजे और साउंड के लिए एक गाइड लाइन तय है, उसका सभी को पालन करना है। शादियां और धार्मिक कार्यक्रम भी हो रहे हैं। हमने गाइड लाइन दी है, उसका पालन करने के निर्देश भी हैं, लेकिन देखने में आ रहा है कि उसका पालन नहीं किया जा रहा है। जो लिमिट तय है, उसके अनुसार ही डीजे और साउंड की आवाज रखें, वाल्यूम कम रखें, यह बच्चों और बुजुर्गों के लिए तो हानिकारक है ही, स्वयं के लिए भी कम घातक नहीं है। हम कोई कार्रवाई करें, इससे पहले समझाना आवश्यक समझा है, अब भी पालन नहीं किया तो कार्रवाई होगी, कृपया आप स्वयं समझदारी का परिचय दें, क्योंकि शहर आपका भी हे।
खुद के परिवार को सामने रखकर देखें
एसडीओपी वीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने कहा कि आप लोग स्वयं के परिवार को सामने रखकर देखें कि आपके घर के बच्चे और बुजुर्गों पर इसका असर होगा तो क्या होगा? आपके घर में भी बच्चे और बुजुर्ग हैं, आप स्वयं निर्णय लें और प्रदेश में अपने शहर की एक मिसाल पेश करें, आप नियमों का पालन करेंगे तो पुलिस को सख्ती करने की कोई जरूरत नहीं होगी। आपका भी व्यवसाय है, हम नहीं चाहते कि आपका नुकसान हो, इसलिए ऐसे हालात निर्मित न होने दें कि पुलिस को सख्ती न करने पड़े। एसडीओपी ने कहा कि किसी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी न हो, ऐसे प्रयास करें और आप स्वयं ही पहल करके मानवता का परिचय दें और नियम पालन करें।
रोज आ रही हैं लोगों की शिकायतें
टीआई गौरव सिंह बुंदेला ने कहा कि हर रोज किसी न किसी जगह से टेलीफोनिक शिकायतें आ रही हैं। इस समय बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं और बच्चों का अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है। कृपया यह स्थिति निर्मित न होने दें कि हमें जब्ती जैसी अप्रिय कार्रवाई करना पड़े। बार-बार आप लोगों की मीटिंग लेकर समझाना भी ठीक नहीं है, आप लोग स्वयं समझदार और परिपक्व हैं, अपने स्वयं के विवेक से निर्णय लें कि हमें अपने शहर के विद्यार्थियों के कॅरियर और बुजुर्ग तथा बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखकर काम करना चाहिए। कल ही सिवनी मालवा में डीजे की तेज आवाज के कारण एक दुकान के शीशे टूटकर नीचे गिरे हैं, यह बेहद खतरनाक स्थिति हो सकती है।