डीआरयूसीसी सदस्य राजा तिवारी मिलने मंडल रेल प्रबंधक से
इटारसी। रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य राजा तिवारी ने मंडल रेल प्रबंधक (Divisional Railway Manager), रेल मंडल भोपाल को एक मांगपत्र सौंपकर इटारसी-होशंगाबाद की रेल संबंधी समस्याओं के निराकरण की मांग की है।
तिवारी ने कहा कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान रेलों का संचालन बंद होने, फिर कम संख्या में होने से सबसे अधिक प्रभाव छोटे कारोबारियों, छात्र-छात्राओं, नौकरीपेशा वर्ग को पड़ा है। ये लोग मासिक सीजन टिकट के माध्यम से भोपाल सहित अन्य शहरों में जाते-आते थे, जो मासिक सीजन टिकट बंद होने से आना-जाना नहीं कर पा रहे हैं और उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इटारसी, होशंगाबाद, हरदा, पिपरिया आदि से हर रोज हजारों एमएसटी धारक रेलवे को अग्रिम भुगतान करते थे, अब वे नहीं जा पा रहे हैं जिससे उनके सामने रोजगार का संकट आ गया है। अत: ट्रेनों में शीघ्र-अतिशीघ्र एमएसटी (MST) सुविधा प्रदान की जाए।
इटारसी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट सुविधा पिछले कई माह से बंद है। चूंकि लॉकडाउन में इनकी अधिक आवश्यकता नहीं थी, ट्रेनें भी बंद होने से अधिक प्रभाव नहीं पड़ा। लेकिन, अब चूंकि अनलॉक के बाद पुन: ट्रेनों में आना-जाना प्रारंभ हो गया है। बुजुर्ग, विकलांग, बीमार और असहाय यात्री सीढिय़ों के माध्यम से काफी तकलीफ उठा रहे हैं। अत: जितनी जल्दी हो सके एस्केलेटर और लिफ्ट को चालू किया जाए। इनमें क्या तकनीकि दिक्कतें हैं, उनको दूर कर जल्द ही यह सुविधा प्रदान की जाए। इटारसी रेलवे स्टेशन पर पिछले कुछ वर्ष से एक नये फुट ओवरब्रिज का काम चल रहा है। यह अत्यंत धीमी गति से चल रहा है, जिससे रेलवे की जो मंशा है, वह पूर्ण होने में देरी हो रही है। अत: निवेदन है कि इस एफओबी के काम में तेजी लायी जाए ताकि यात्रियों को इसका लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि होशंगाबाद रेलवे स्टेशन (Hoshangabad Railway Station) पर बने फुट ओवर ब्रिज की टिकटघर से दूरी यात्रियों की परेशानी का सबब बन रही है। यात्री शार्टकट के चक्कर में प्लेटफार्म से उतरकर पटरी पार करके आना-जाना कर रहे हैं, जो बड़ा ही जोखिम भरा होता है। नया ब्रिज सुविधा के स्थान पर परेशानी का सबब बन गया है। इस समस्या का कोई समाधानकारक उपाय किया जाना चाहिए। इसी तरह से एक महत्वपूर्ण कार्य जो कई माह से बंद है, नई गरीबी लाइन इटारसी के अंडरब्रिज का निर्माण कार्य। इसे जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाना चाहिए। बारिश में इसमें लबालब पानी भर जाने से दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। तारीख में जाएं तो यहां एक दुर्घटना पूर्व में हो चुकी है। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए इसका कार्य जल्द से प्रारंभ किया जाए।
तिवारी ने ट्रेनों में सीनियर सिटीजन (senior citizens in trains) की समस्या उठाते हुए कहा कि उनको टिकट की राशि में रियायत दी जाती है। वर्तमान में ट्रेनों में बिना आरक्षण यात्रा की सुविधा नहीं है, ऐसे में सीनियर सिटीजन को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। कई बीमार बुजुर्गों को इटारसी-होशंगाबाद से भोपाल, नागपुर, इंदौर, दिल्ली जैसे महानगरों में इलाज के लिए आना-जाना पड़ता है, अत: उन्हें टिकट में रियायत की सुविधा प्रदान की जाए। इटारसी का मालगोदाम रेलवे की बड़ी आमदनी का जरिया है, लेकिन यहां की बदहाली यह दर्शाती है कि रेलवे का इस ओर अपेक्षित ध्यान नहीं है। मालगोदाम परिसर में बदहाली के कारण रैक के परिवहन में परेशानी हो रही है। यहां काम करने वाले ट्रांसपोर्टर्स और व्यापारी, हम्माल, वाहन चालक गंदगी, गड्ढे, कीचड़ से परेशान हैं। मालगोदाम को अन्यत्र शिफ्ट करने की योजना भी आगे नहीं बढ़ पा रही है। इनके निदान से रेल क्षेत्र इटारसी एवं होशंगाबाद को काफी राहत मिलेगी। श्री तिवारी ने बताया कि डीआरएम ने सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर समाधान का भरोसा दिलाया है।