श्रावण मास विशेष: पारद शिवलिंग की महिमा

श्रावण मास विशेष: पारद शिवलिंग की महिमा

झरोखा: पंकज पटेरिया: देवादी देव महादेव की पूजा उपासना, आराधना का बड़ा महत्व है। कहते उनकी पूजा अर्चना से ही सभी देवी देवताओं की पूजन का पुण्य प्राप्त होता है। पंचोपचार, शोडसोपचार का अपना महत्व, अपनी जगह है। लेकिन मात्र एक लोटा जल घर या कही मंदिर अथवा गांव, देहात में पेड़ के नीचे बिराजे भोलेनाथ पर चढ़ाने भर से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है। सभी मनोरथ पूरे होते है। महा शिवरात्रि के साथ श्रावण मास शिव पूजन आराधना का विशेष सत्र माना कहा गया है।

पारद शिव लिंग महिमा
जिस तरह नर्मदेश्वर का नर्मदाजी से प्राप्त नर्मदा का हर कंकर जय शिव शंकर का महात्म्य है, ठीक इसी तरह पारद शिवलिंग या पारदेश्वर की महिमा का वर्णन शिव पुराण आदि ग्रंथों में दिया गया है। पारद शिवलिंग प्राकट्य शिव के वीर्य से ग्रंथो मे वर्णित है। पारद से निर्मित किए जाने के कारण इन्हें पारदेश्व वर लिंग कहा जाता है। पारद शिवलिंग की पूजा उपासना से सर्व सिद्धि की प्राप्ति सहज हो जाती है। अपितु दर्शन मात्र से भी असीम पुण्य लाभ प्राप्त होता है। रुद्र संहिता मे उल्लेख है कि लंकाधिपति रावण और बाणसुर ने पारद शिवलिंग की उपासना कर अनेक सिद्धिया प्राप्त कर ली थी।

पारद शिवलिंग लिंग की विधि
व्र्रत उपासना से अकाल मृत्यु सहित विभिन्न आपदा विपदाओ से बचा जा सकता है। आदि व्याधि वाचिक तार्किक, मानसिक त्रिव्याधी त्रिदोष का शमन होता है। लौकिक, परालोकिक लाभ मिलता है। साथ ही घर के वास्तु दोष समाप्त होता है। घर में पारद शिवलिंग के विराजमान रहने से निरंतर एक पाॅजिटिव एनर्जी बनी रहती है। दर्शन एस्पर्श भर से दिव्य ऊर्जा की अनुभूति होती है। घर परिवार मे अदभुत चेतन्यता दीपित अनुभव होती है। यह सब भगवान पारद शिवलिंग जी की उपस्थिति का प्रभाव होता है। पारे से निर्मित किए जाने से पारद शिवलिंग कहा जाता है। निर्मित ठोस शिवलिंग साक्षात चेतन्य शिवस्वरूप है।

नर्मदेश्वर की तरह इनकी भी प्राण प्रतिष्ठा नही की जाती। इन्हे एक ज्योति लिंग माना गया है, और बताया गया है भगवान शंकर ने स्वयं माता पार्वती जी से एक गोपनीय संवाद मे यह बात कही की पारद शिवलिंग की पूजन करने से 12 ज्योति लिंग सहित, सर्व देवी देवता की पूजन का पुण्य लाभ प्राप्त होता है। श्रद्धा भक्ति पूर्वक आराधना करने से निरोग्यता, भक्ति, मुक्ति, ज्ञान, ऐश्वर्य, यश, कीर्ति, मनोवच्छित, सिद्धि प्राप्त होती है। शुद्ध पारद शिवलिंग घर मे विराजे है तो भूतप्रेत नवग्रह, दोष, पितृदोष दिक्कत अपने आप खत्म हो जाती है। शुद्ध पारद निर्मित दोष गोली अथवा लाॅकीट भी लोग बीमारी, बाहरी बाधा ओ से बचने के लिए गले में पहनते है। इस तरह महा पारद शिवलिंग की महिमा अनंत और अपरंपार है। शिवजी तो अवधर दानी है। सुख शांति समृद्धि से भक्त की झोली भर देते है। ॐ नम शिवाय।

pankaj pateriya

पंकज पटेरिया (Pankaj Pateria)
वरिष्ठ, पत्रकार, साहित्यकार
9340244352, 9807505691

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