राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा में चयनित जिले के सभी 3 विद्यार्थी इटारसी से
इटारसी। मध्यप्रदेश के राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से राष्ट्रीय प्रतिभा खोज (National Talent Search) परीक्षा 2020-21 के प्रथम चरण का रिजल्ट घोषित हुआ। इसमें होशंगाबाद जिले से सेंट जोसफ कांवेंट स्कूल इटारसी के 2 स्टूडेंट्स और वर्धमान स्कूल इटारसी के 1 स्टूडेंट ने बाजी मारी हैं। इंदौर की अविरिशु पेटवाल मध्यप्रदेश की टॉपर बनीं। राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (National Talent Search Examination) के परिणाम सूची में मध्य प्रदेश के 551 विद्यार्थी शामिल हैं। कुल 3 विद्यार्थियों ने जिले से परीक्षा पास की हैं। सभी विद्यार्थी इटारसी से हैं। राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित विद्यार्थी में इटारसी से सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की छात्रा माही राजपूत व परिशी पहारिया तथा वर्धमान स्कूल के छात्र वेदांत चावले शामिल हैं। परीक्षा परिणाम में चयन कट ऑफ सामान्य वर्ग का 182 अंक रहा, ओबीसी वर्ग का 166 अंक रहा, एससी वर्ग का 146 अंक रहा, एसटी वर्ग का 123 अंक एवं ईडब्लूएस वर्ग में 124 रहा। एनटीएसई फेज 1 रिजल्ट 2021 में सफल होने वाले छात्र ही स्टेज 2 परीक्षा में शामिल होंगे। फेज-1 में कट ऑफ के आधार पर देश भर से 8387 विद्यार्थीयों का चयन होता हैं जिसमें मध्यप्रदेश का कुल 551 विद्यार्थीयों का कोटा हैं। सामान्यत: फेज 2 की परीक्षा मई-जून में आयोजित होती हैं परंतु इस बार फेज-2 की परीक्षा को कोविड के कारण फिलहाल स्थगित कर दिया गया हैं। जिसकी घोषणा हालात सामान्य होने पर की जाऐगी। कोविड के कारण ही फेस 1 के परिक्षा परिणाम देरी से घोषित हुए।
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा के विषय में
बता दें कि राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएसई) भारत में वर्ष 1963 में शुरू किया गया। एक राष्ट्रीय स्तर का छात्रवृत्ति कार्यक्रम है। इस योजना का उद्देश्य प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करना और उनकी प्रतिभा का पोषण करना है। इसमें विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, प्रबंधन और कानून जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसके माध्यम से उच्च बौद्धिक और शैक्षिक योग्यता वाले छात्रों की पहचान की जाती है। इस परीक्षा के दो चरण होते हैं। इसके पहले चरण में राज्य स्तरीय परीक्षा होती है जिसमें जबकि दूसरे चरण में राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा होती है जिसे शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद कराता है। एनटीएसई एक बहुत ही प्रतियोगी परीक्षा है और केवल 2000 योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है। यह परीक्षा छात्रों को भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए भी तैयार करती है, क्योंकि इससे छात्रों को यह विश्लेषण करने में मदद मिलती है कि वे कहां खड़े हैं, उनकी ताकत और कमजोरियां क्या हैं।