वृद्धजन बरगद की तरह होते हैं, जो जीवनभर स्नेह की छांव देते हैं : कामधेनु

Post by: Rohit Nage

Elderly people are like banyan trees, which provide shade of love throughout their life: Kamdhenu
  • डॉ प्रकाश नारायण शुक्ला को शाल और श्रीफल भेंट कर प्राचार्य एवं स्टॉफ ने सम्मानित किया

इटारसी। भगवान बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय सुखतवा में आज 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के अंतर्गत प्राचार्य श्रीमती कामधेनु पटोदिया के संरक्षण, डॉ प्रकाश नारायण शुक्ला के मुख्य आतिथ्य एवं प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ सतीश ठाकरे की उपस्थिति में मनाया गया।

इस अवसर पर डॉ शुक्ला का शाल और श्रीफल भेंट कर प्राचार्य एवं स्टॉफ द्वारा सम्मानित किया गया। अपने स्वागत उद्बोधन में प्राचार्य ने कहा कि वृद्धजन बरगद के पेड़ की तरह होते हैं, जो जीवन भर स्नेह की छांव देते हैं। जीवन के नैतिक मूल्यों एवं शिष्टाचार विषय पर अपने विचार सांझा करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि वृद्धजन समाज, एवं परिवार की धरोहर एवं संरक्षक होते हैं।

शेख शाइन ने इस अवसर पर दादी मां के लिए गीत प्रस्तुत किया तथा कु तनु शुक्ला ने वृद्धजनों के प्रति युवाओं के दायित्व विषय पर भाषण प्रस्तुत किया। महाविद्यालय परिवार से डॉ. मंजू मालवीय, डॉ. प्रवीण कुशवाहा, डॉ. सौरभ तिवारी, डॉ. राधा आशीष पांडे, डॉ. वेद प्रकाश भारद्वाज के साथ विद्यार्थी उपस्थित रहे। संचालन डॉ सतीश ठाकरे ने एवं प्राचीन ग्रंथों में दिए वृद्धजनों के प्रति नैतिक मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए आभार डॉ हिमांशु चौरसिया ने व्यक्त किया।

error: Content is protected !!