
किसानों को नहीं मिल रहा है गेहूं विक्रय का पैसा, आंदोलन की चेतावनी
इटारसी। केंद्र सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं की जो खरीदी की गई, कई किसानों का गेहूं का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। उन किसानों का सब्र का बांध टूट चुका है, किसान परेशान हो चुका है। ऐसे में किसान संगठन आंदोलन कर सकते हैं।
क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह सोलंकी ने कहा कि किसानों को समय पर पैसा मिले, यह जिम्मेदारी सरकार की है। हमारी सरकार किसानों का गेहूं खरीदी का पैसा समय पर नहीं दिला पा रही जिसके कारण किसान या तो आत्महत्या करने के लिए या उग्र प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगा। उन्होंने कहा कि या तो किसानों को उनके गेहूं के पैसे दें या आत्महत्या करने की परमिशन दें। किसान चारों तरफ से परेशान है। मूंग की कटाई अभी हुई नहीं, धान की फसल के लिए खाद एवं बीज लेना है। किसानों को पुराना कर्ज भी चुकाना है, शादी विवाह का भी कर्ज़ चुकाना है। बैंक की केसीसी क्लियर करना जैसे अनेकों काम किसान के सामने हैं परंतु सरकार आंख बंद करके कान में उंगली डालकर बैठी हुई है।
श्री सोलंकी ने चेतावनी दी है कि किसानों का यदि 3 से 4 दिन में किसानों की पेमेंट नहीं होती है, और किसान किसी भी तरह का रास्ता अपनाता है तो उसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की रहेगी।