कृषि मंत्री पटेल (Agriculture Minister Patel) ने कृषि वैज्ञानिकों से की वर्चुअल चर्चा
होशंगाबाद। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि अस्पतालों की तरह किसानों की फसलों को कीट व्याधि के प्रकोप से बचाव एवं उनके त्वरित उपचार के लिए सभी कृषि विज्ञान केंद्रों एवं विश्वविद्यालयों में ओपीडी बनाई जाए। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा टोल फ्री नंबर जारी किया जाए जिसमें किसानों को फसलों के कीट व्याधि के प्रबंधन के लिए मोबाइल के माध्यम से सलाह प्रदान की जाए। विकासखंड बनखेड़ी के ग्राम पंचायत पलिया पिपरिया में कृषि विज्ञान केंद्र गोविंद नगर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के कृषि वैज्ञानिकों से चर्चा की। इस दौरान जवाहरलाल नेहरू कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रदीप बिसेन निदेशक अटारी जबलपुर एस आर के सिंह एवं उप संचालक कृषि जितेन सिंह उपस्थित रहे।
उच्च गुणवत्ता वाले बीज तैयार करें
किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त हो एवं फसल नुकसानी की संभावनाओं को कम किया जा सके। इसलिए उच्च गुणवत्ता के बीज तैयार करने की दिशा में कार्य करें।
टिड्डी दल के प्रभावी नियंत्रण के लिए बधाई
कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा टिड्डी दल के प्रभावी नियंत्रण में अहम भूमिका निभाई है। इसके लिए उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा की एवं बधाई दी।
कृषको को नियमित समसामयिक सलाह दी जाए
फसलों की सुरक्षा एवं प्रबंधन में कृषि वैज्ञानिकों की अहम भूमिका है। किसानों को उनकी खेत की मृदाए सिंचाई क्षेत्र एवं अनुकूलता अनुरूप कृषि वैज्ञानिकों द्वारा नियमित सलाह दी जाए। साथ ही किसानों को संगोष्ठियों के माध्यम से स्वामित्व योजनाए कृषि उत्पादक समूह एवं अन्य योजनाओं के संबंध में जानकारी दी जाए।