
अवैध तरीकों से वाहन चालन पर किया जुर्माना, 40 हजार से अधिक राजस्व वसूला
नर्मदापुरम। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक गुरकरण सिंह के निर्देशानुसार यातायात पुलिस एवं आरटीओ विभाग की संयुक्त टीमों के द्वारा पिपरिया मार्ग स्थित तवा नदी ब्रिज के पास बेरिकेट्ड लगाकर सड़कों पर राख उड़ा रहे फ्लाई ऐश परिवहन करने वाले वाहनों की जांच की साथ ही बिना हेलमेट व बिना लाइसेंस के बाइक चला रहे 81 बाइक चालकों के विरुद्ध चालानी कार्यवाही करते हुए 28,200 हजार का जुर्माना वसूला। साथ ही पश्चातवर्ती अपराध पर जुर्माने में वृद्धि की जानकारी और नियम विरुद्ध परिवहन करने पर वाहन जब्ती की चेतावनी दी गई।
आरटीओ निशा चौहान तथा यातायात डीएसपी एसके मिश्रा ने बताया की बिना लाइसेंस तथा बिना वैध दस्तावेजों के मार्ग पर गाड़ी चलाने वालो पर आगामी दिनों में लगातार आकस्मिक कार्यवाही की जाएगी। वाहन चालकों से अपील की गई कि बिना हेलमेट तथा बिना कागजातों के गाडिय़ों का परिचालन न करें, जांच दल में यातायात डीएसपी एसके मिश्रा एवं यातायात स्टाफ तथा परिवहन विभाग के श्री एल एस गौड़, सुनील मुदगल एवं विभागीय कर्मचारी शामिल रहे।
यातायात टीआई उमाशंकर यादव ने स्टाफ के साथ जेल तिराहा, मालाखेड़ी तिराहे पर वाहन चेकिंग की गई इस दौरान एमवी एक्ट में 29 चालान बनाए, समन शुल्क राशि 12700 रुपए वसूल किये। यातायात पुलिस द्वारा व्यापारियों को बार-बार अनुरोध के बाद भी अपनी दुकान का सामान एवं प्रदर्शन वाले पुतले सड़क पर रखे जा कर यातायात बाधित किया जा रहा है। उक्त व्यापारियों को एकत्र कर उन्हें विनम्रता पूर्वक समझाइश दी गई। इस दौरान डीपीओ तिराहे पर कोचिंग संस्थान में जाकर बच्चों को यातायात नियमों के बारे में बता कर उनका पालन करने को बताया गया ।
आज की कार्यवाही में डीएसपी यातायात संतोष मिश्रा द्वारा 50 चालान से 15000 रुपए समन शुल्क हमराह सउनि पवन पटेल द्वारा 20 चालान से 6700 रुपए समन शुल्क थाना प्रभारी निरीक्षक उमाशंकर यादव द्वारा 09 चालान से समन शुल्क की राशि 3500 रुपए, एसआई मालवीय द्वारा 20 चालान से समन शुल्क की राशि 9200 रुपए सहित कुल चालान 99 यातायात पुलिस ने काटकर 34,400 रुपए समन शुल्क वसूल किया। आरटीओ विभाग द्वारा 11 चालान से 6000 समन शुल्क वसूल किया गया। इस प्रकार आरटीओ के साथ संयुक्त चालानी कार्यवाही एवं यातायात की कार्यवाही में कुल 110 चालानी कार्यवाही से समन शुल्क की राशि 40,400 रुपए वसूल किए।