इटारसी। नव वर्ष के पहले दिन एक बड़ी आबादी भगवान के दर पर मत्था टेकने पहुंची। लोगों ने साल की बेहतरी और सुख शांति के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना की। अधिकांश लोगों ने नये साल का पहला दिन भगवान की शरण में ही गुजारा।
इटारसी से 18 किलोमीटर दूर तिलक सिंदूर मंदिर में सतपुड़ा की पहाड़ी पर गुफा में विराजमान शिवलिंग पर भक्तों ने आकर सिंदूर चढ़ाया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु अभिषेक करने एवं विकनिक मनाने पहुंचे।
नए वर्ष के पावन उत्सव पर पिछले वर्षों से दो गुना, लगभग 40000 हजारों श्रद्धालु पहुंचे। आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर के विनोद वारिवा ने बताया कि यहां दो हैंडपंप खराब होने के कारण भक्तों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ा। रोड की चौड़ाई कम होने से करीब एक घंटे जाम लगा रहा। पुलिस की मदद से ट्रैफिक सुचारू किया गया। थाना पथरोटा से कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक दुर्गेश मालवीय, वंशीलाल नरवरे, शंकर तिवारी, धीरज राठौर, विनोद लिखितकर, संदीप धुर्वे, संजय कुशवाहा, महिला पुलिस बल भी मौजूद रहा।
नये वर्ष की सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग विभिन्न साधनों से मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए रवाना हुए। नगर के श्री बूढ़ी माता मंदिर, श्री हनुमानधाम मंदिर, श्री स्वप्नेश्वर हनुमान मंदिर, खेड़ापति माता मंदिर, पुरानी बूढ़ी माता मंदिर के अलावा शहर के पास ही शरददेव मंदिर, तिलक सिंदूर मंदिर, चौरासी बाबा मंदिर पहुंचे तो सैंकड़ों लोगों ने नर्मदापुरम में मां नर्मदा के दर्शन, स्नान से नये वर्ष के पहले दिन की शुरुआत की। आज नये वर्ष के पहले दिन प्रमुख मंदिरों के साथ-साथ गांव के मंदिरों में भी काफी भीड़ दिखी।
तिलक सिंदूर मंदिर में लोगों ने शिव के दर्शन किये और मंदिर के समीप ही मैदान में दाल-बाटी का आनंद लिया। यहां आज हजारों लोग पहुंचे। ऐसा ही अंग्रेजी नववर्ष के पहले दिन शरददेव मंदिर के नीचे कई वर्षों से मेला लगता रहा है। आज भी यहां हजारों भक्तों ने पहुंचकर भगवान शिव के दर्शन किये और मेले का आनंद उठाया। श्री बूढ़ी माता मंदिर, श्री स्वप्नेश्वर मंदिर, हनुमानधाम मंदिर में पहुंचे भक्तों ने न सिर्फ भगवान के दर्शन किये बल्कि पिकनिक भी मनायी। मंदिरों में आज मेला का नजारा दिखा। हजारों की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना की तो बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाते भी दिखे।