पांच सौ टन यूरिया आया, किसान फिर भी परेशान
वितरण व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं किसान संगठन
इटारसी। पांच सौ टन यूरिया आने के बाद आज कृषि उपज मंडी परिसर में उन किसानों को यूरिया वितरण किया गया जिनके कूपन आज से पूर्व काटे जा चुके थे, बावजूद इसके आज करीब आठ सौ किसान ऐसे आ गये, जिनके कूपन ही नहीं काटे गये थे, ऐसे में किसानों के बीच धक्कामुक्की का माहौल बना और व्यवस्था गड़बड़ाने लगी थी। सूचना पर पहुंचे एसडीओ राजस्व मदन सिंह रघुवंशी और पुलिस बल के साथ पहुंचे एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान ने व्यवस्था संभाली और सबको कतारबद्ध करके यूरिया वितरण और कूपन वितरण कराया।
एसडीओ राजस्व और कृषि उपज मंडी के भारसाधक अधिकारी मदन सिंह रघुवंशी ने कहा कि आज उन किसानों को यूरिया वितरण किया है, जिनके कूपन पिछले दिनों काटे गये थे। आज भी 18 दिसंबर तक के लिए कुछ किसानों के कूपन काटे गये हैं, तथा सोमवार को पुन: कूपन बांटे जाएंगे। लगभग दस दिनों बाद रैक आया था, इसलिए कुछ भीड़ ज्यादा होने से धक्कामुक्की की स्थिति बनी, लेकिन सबको समझाकर व्यवस्था ठीक कर ली है, आगे से लगातार रैक आएंगे तो परेशानी नहीं होगी। हालांकि इस व्यवस्था से किसान संगठन संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि यदि यूरिया की मात्रा पर्याप्त है तो आज आये किसानों को यूरिया क्यों नहीं दिया गया।
किसान संगठन ने उठाया सवा
क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन जिला अध्यक्ष हरपाल सिंह सोलंकी ने कहा कि आज किसानों को इटारसी मंडी में लाइन लगाकर यूरिया खाद के लिए टोकन वितरण किया, परंतु किसानों को खाद नहीं दिया। यदि खाद पर्याप्त मात्रा में है, तो किसानों को खाद क्यों नहीं दिया? जिन किसानों के टोकन पहले कटे हुए थे, सिर्फ उनको खाद दिया। सब्जी मंडी के पास इटारसी सोसाइटी में भी किसान लाइन लगाकर खड़ा रहा। यदि खाद पर्याप्त है, तो किसानों को इस तरह लाइन में क्यों लगा रहना पड़ेगा? आज जिनके टोकन कटे हैं उनको 16 तारीख खाद के लिए कहा है। श्री सोलंकी ने कहा कि किसान इस तरह से कब तक परेशान होगा? क्या अपने खेत में पानी दे, क्या अपनी धान को मंडी में बेचे या स्लॉट बुक कराने आठ 8 दिन इंतजार करे? कहीं सरवर डाउन, कहीं आधार से लिंक की समस्या। तमाम परेशानी से किसान परेशान है, एक ओर हमारी सरकार कहती है किसान को किसी तरह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा, ऐसा कब तक चलेगा?