इटारसी। रेलवे स्टेशन पर बिकने वाली अनेक खाद्य सामग्री सड़ी-गली खाद्य सामग्री से बनती हैं, यह बात आज उस वक्त साबित हुई जब अचानक एसडीएम टी प्रतीक राव के नेतृत्व में खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम बारह बंगला, ठंडी पुलिया और राज टाकीज क्षेत्र में उन स्थानों पर पहुंची जहां ये खाद्य पदार्थ बनाये जाते हैं। टीम को देखकर यहां काम करने वाले कर्मचारी भाग निकले। कुछ जगह पूर्व से खबर हो जाने से कर्मचारी वहां उपलब्ध सामग्री छोड़कर भाग खड़े हुए।
प्रशासन ने चार कैटरर्स के कारखाने सील किये हैं और एक के खिलाफ मौके पर मैनेजर मिलने पर कार्रवाई की है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश दियावर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर बिकने वाली खाद्य सामग्री में घटिया सामग्री का उपयोग होने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। विभाग की टीम ने अचानक छापामारी की। बारह बंगला क्षेत्र में जब पहुंचे तो वहां सड़ी-गली सामग्री से खाद्य पदार्थ बनते मिला। वहां मौजूद दो कर्मचारी टीम को देखा भाग निकले।

यहां कार्रवाई के बाद जब अन्य जगह पहुंचे तो वहां दूषित सामग्री तो पड़ी मिली लेकिन बाहर ताला लगा मिला। संभवत: सूचना के बाद कर्मचारी ताला डालकर भाग निकले हों। टीम में एसडीएम टी प्रतीक राव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश दियावर, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मृगी अग्रवाल और नापतौल विभाग से रीना शर्मा शामिल रहीं। इन जगहों को किया सील खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने राज टाकीज के पास शिशुपाल सिंह चौहान की कैटरिंग, ठंडी पुलिया के पास राजेन्द्र बघेल की कैटरिंग, आहार की दो कैटरिंग बारह बंगला में सील की। इसके अलावा सत्कार कैटरर्स के यहां से नमूने एकत्र किये और धारा 31 (2) के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।