नर्मदापुरम। आज सहयोग विशेष आवासीय विद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय दृष्टिबाधित बालिका क्रिकेट प्रशिक्षण कैंप का समापन हुआ। इस अवसर पर आयोजित मैच में दो टीमों विंध्याचल और सतपुड़ा टीम के बीच में मुकाबला हुआ जिसमें सभी बालिकाओं ने बहुत अच्छा खेल प्रस्तुत किया। इस मैच में विंध्याचल टीम विजयी रही।
इसके पश्चात क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड एमपी से आए हुए प्रशिक्षक कृतिका चावरे, दीपक पहाड़े एवं महक चौरे के समक्ष जिले की टीम का गठन हुआ। आज आयोजित इस मैच में बच्चों ने बहुत अच्छे खेल का प्रदर्शन किया जिसे देख उपस्थित दर्शकों ने बच्चों की भूरी भूरी प्रशंसा की। समापन अवसर पर बच्चों को पुरस्कार देते हुए संस्था संचालक डॉ. आशीष चटर्जी ने बच्चों को आने वाले समय में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेलने के लिए लिए मार्गदर्शन दिया एवं शुभकामनाएं दी। संचालक सुभाशीष चटर्जी ने क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड एमपी की पदाधिकारी को स्मृतिचिन्ह दिए।
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने बच्चों के उत्साह की बहुत प्रशंसा की। भोपाल से आई ब्लाइंड क्रिकेट कोच कृतिका ने बताया कि दृष्टिबाधित खिलाड़ी विशेष प्रकार को आवाज करने वाली बॉल से क्रिकेट खेलते हैं। जहां लोहे के स्टंप्स होते हैं और उसमें आवाज करने के लिए एक कड़ा लगा होता है। बॉलर को कड़ा बजाकर बताते हैं कि स्टंप्स किधर हैं। एक टीम में चार पूर्ण दृष्टिबाधित, चार अल्प दृष्टि बाधित और तीन कम अल्प दृष्टिबाधित खिलाड़ी रहते हैं। पूर्ण दृष्टिबाधित खिलाड़ी द्वारा बनाए रन को दुगना माना जाता है।