इटारसी। उच्च शिक्षा विभाग मप्र शासन, भोपाल के आदेशानुसार प्राचार्य डॉ. श्रीमती मंजरी अवस्थी के निर्देशानुसार एवं प्राणीशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. संजय आर्य के मार्गदर्शन में बीएससी की 20 छात्राओं ने पाठ्यक्रम अनुसार मप्र राज्य पशुधन कुक्कुट विकास निगम, पशु प्रजनन प्रक्षेत्र, कीरतपुर संस्था का शैक्षणिक भ्रमण किया।
भ्रमण का मुख्य उद्देश्य पशुपालन से संबंधित जानकारियों का बारीकियों का अध्ययन करके अनुभव प्राप्त कर इंटर्नशिप पुर्ण करना है। प्राचार्या श्रीमती मंजरी अवस्थी ने कहा कि पशुपालन से बड़ी संख्या में लोगों को रोजग़ार मिलता है जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर होता है। पशु अपशिष्ट से खाद बनाई जाती है जिससे उर्वरक शक्ति में बृद्धि होती है।
इस अवसर पर प्रबंधक एलपी अहिरवार ने भैंस की विभिन्न प्रकार की नस्लों जाफरावादी, भधावरी, मुर्रा, निलिरावी एवं गाय की साहीवाल, गिर, थारपारकर, रेड सिंधी, कॉन्क्रेज, खिल्लारी, ग्वालो नस्लों से अवगत कराया, साथ पालन-पोषण, स्वास्थ्य एवं आवास प्रबंधन, रोग सुरक्षा, शासकीय योजनाओं, आदि को विस्तार से बताया।
डॉ. संजय ने कहा कि नवीनतम तकनीकियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये तो नि:संदेह ये पशु गरीबों के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर व शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर अनुदान प्राप्त कर अपना स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर सकती हैं। पशुपालन से कैरियर की खोज और विकास का मौका मिलता है तथा नए कौशल सीखने का मौका मिलते है।