क्रिकेट की नर्सरी में तैयार हो रही खिलाडिय़ों की अच्छी पौध

क्रिकेट की नर्सरी में तैयार हो रही खिलाडिय़ों की अच्छी पौध

इटारसी। ग्रीष्मकालीन क्रिकेट प्रशिक्षण शिविर (Summer Cricket Training Camp) से कुछ ऐसे अच्छे बच्चे निकलकर सामने आये हैं, जिन्होंने क्रिकेट (Cricket) को गंभीरता से जीना शुरु कर दिया है। शिविर को खत्म हुए करीब एक माह हो चुके हैं, बावजूद इसके बच्चों का जुनून खत्म नहीं हुआ, बल्कि और बढ़ता गया है। आज भी बच्चे गांधी मैदान (Gandhi Maidan) में क्रिकेट की बारहखड़ी सीख रहे हैं। वरिष्ठ क्रिकेटर (Cricketer) अमित जायसवाल, अतुल राठौर, अमिताभ दुबे, राकेश पांडेय सहित अन्य क्रिकेटर इन नौनिहालों का जुनून देखकर अब भी मैदान पर उनको मार्गदर्शन देने आ रहे हैं और यह अब सालभर चलने वाला सिलसिला हो गया है।
भारत (India) में क्रिकेट को एक जुनून के तौर पर देखा जाता है। हाल ही में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की टीम ( Team) ने रणजी ट्राफी (Ranji Trophy) जीती तो यहां लक्ष्य क्रिकेट अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे नौनिहालों ने उसे सेलिब्रेट (Celebrate) भी किया।

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यहां के बच्चों का का सपना भी बड़ा क्रिकेटर बनने का है। मैदान पर क्रिकेट का ककहरा सीख चुके उदय ठाकुर का कहना है कि समर कैंप (Summer Camp) में बहुत कुछ सीखने को मिला है। कोच ने हमें बैट पकडऩा सिखाने के साथ ही काफी कुछ सिखाया है। बैटिंग (Batting), बॉलिंग (Bowling), फील्डिंग (Fielding) के अलावा नेतृत्व क्षमता का विकास भी कैंप में कराया है। हिमांशु ठाकुर ने कहा कि बल्लेबाजी में सिखाया गया है कि शॉट चयन काफी महत्वपूर्ण है, इससे हमारी बल्लेबाजी में मजबूती मिल रही है। मुकुंद बाजपेयी ने कहा कि बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी में भी कई प्रकार के गुर सीखने को मिले, गेंद को पकडऩे से लेकर बल्लेबाज का परखने और गेंद को मूव कराने की भी बारीकी से जानकारी दी गई है, जो आज हमें काम आ रही है। यही कारण है कि कैंप खत्म होने के बाद भी हमें मैदान पर आकर अपनी सीखे सबक को मजबूत करने में मदद मिल रही है। हर्ष त्रिपाठी कहते हैं कि समर कैंप के दिन हमेशा याद रहेंगे। कोच (Coach) का हर बच्चे पर फोकस (Focus), क्रिकेट के हर पहलू की जानकारी देने से हम आज अपने खेल को निखार पा रहे हैं। सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि क्रिकेट को अच्दे से जानने के लिए जिस तरह के कोच की तलाश थी, वह पूरी हुई। अब सीखे हुए को और बेहतर करने के लिए मैदान नहीं छोड़ रहे हैं। इन नौलिहाल क्रिकेटर्स की तरह ही मयंक, अमन अग्रवाल, विक्की भदौरिया, हसन अली, विवेक दुबे, जयेश, यस सिद्धवानी के भी विचार इसी तरह के हैं।

बारिश की बूंदों के बीच आज भी ये नन्हें क्रिकेटर्स गांधी मैदान में अपने खेल को निखारने पहुंचे। निरंतर अभ्यास में लक्ष्य क्रिकेट क्लब से मजबूती से जुड़ चुके इन बच्चों ने ढाई घंटे लगातार मेहनत की। हर्ष ने बॉलिंग पक्ष मजबूत किया तो उदय ने बैटिंग में महारत की तरफ कदम बढ़ाये। हिमांशु ने विकेट के पीछे शिकार करने की जिद को और बढ़ाया। मुकुंद ने बल्लेबाजी, भदौरिया और विक्की ने बॉलिंग, मयंक, अमन, सिद्धार्थ सहित अन्य क्रिकेटर्स ने कोच का दिल जीता।

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AUTHORRohit

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