अगले कुछ दिन में जीआरपी थाना नये स्थान पर शिफ्ट होगा

अगले कुछ दिन में जीआरपी थाना नये स्थान पर शिफ्ट होगा

इटारसी। जीआरपी थाना जल्द ही वर्तमान स्थल के सामने रोड की दूसरी तरफ बने पुराने गार्ड रनिंग रूम में शिफ्ट हो जाएगा। थाना स्टाफ ने इसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। नये थाना प्रभारी के अनुसार अगले तीन से चार दिन में प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। नये भवन में जीआरपी थाने का बोर्ड लगा दिया है, रंगाई-पुताई, सफाई व अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं।

उल्लेखनीय है कि इटारसी रेलवे स्टेशन का रीडेवलपमेंट 29.9 करोड़ की अनुमानित लागत से अगले 30 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 6 अगस्त को देशभर के 506 रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट के लिए रिमोट के जरिए वर्चुअली आधारशिला रखी। इसी में इटारसी रेलवे स्टेशन भी शामिल है। जीआपी थाना का भवन इस योजना के अंतर्गत काम शुरु होने के लिए हटाया जाना जरूरी है। इसकी प्रक्रिया कई महीने से चल रही थी, कुछ बाधाएं थीं, जो दूर कर ली हैं, कुछ वहां थाना प्रारंभ होने के बाद जरूरत के मुताबिक की जाएगी।

बता दें कि पूर्व के अधिकारियों ने गार्ड रनिंग रूम के भवन में कुछ आवश्यक सुविधा नहीं होने की बात करके इसकी शिफ्टिंग में असमर्थता जतायी थी। इसी भवन से सटकर आरपीएफ का बैरक भी है, और नियमानुसार दो सशस्त्र बल एक साथ एक ही स्थान पर नहीं रह सकते, इस बाधा को बाउंड्री करके दूर किया गया है। कुछ हवालात की जगह और सफाई, पुताई जैसी मांगें पुराने अधिकारियों ने रखी थी, जो पूर्ण करा दी गई हैं। नये जीआरपी थाना प्रभारी रामस्नेही चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा अनुसार रेलवे स्टेशनों का री-डव्लपमेंट होना है और थाना तो हटाना ही है, जितनी जल्दी काम होगा, उतनी जल्दी रेलवे स्टेशन के काम प्रारंभ हो सकेगा।

नये रेलवे फुट ओवरब्रिज बन जाने से भी इस भवन का हटना जरूरी है ताकि उस ब्रिज का भी उपयोग हो सके। अभी उस ब्रिज का उपयोग अपेक्षित तौर पर नहीं हो पा रहा है, साथ ही सुरक्षा के लिहाज से ब्रिज को रेलवे परिसर के भीतर होना है। यह थी जीआरपी की मांग जीआरपी का कहना था कि नई जगह पर विवेचना कक्ष, रिकार्ड रूम, हथियार कक्ष, मालखाना, सीसीसीटीएनएस कक्ष, थाना प्रभारी कक्ष समेत काफी जगह की जरूरत होगी, रेलवे आधी जगह हमें दे रही है, लेकिन पुराने गार्ड रनिंग रूम की डिजाइन ऐसी है, जहां जगह की कमी होगी, इसलिए हमें पूरी इमारत थाने के उपयोग हेतु दी जाए।

रेलवे अधिकारियों ने तय किया है कि गार्ड विश्राम कक्ष की पुरानी इमारत के आधे हिस्से से दीवार उठाकर आधी जगह बेरिक के लिए एवं बाकी जगह जीआरपी को आवंटित कर दी जाए, बीच में दीवार उठाकर दोनों विभागों को अलग-अलग कर दिया जाएगा। जीआरपी के लिए अलग से प्रवेश द्वार भी दिया जाएगा। अब चूंकि जीआरपी थाना शिफ्टिंग होना है तो मौजूदा जीआरपी थाने को तोड़कर यहां खुली जगह का विस्तार किया जाएगा, जिससे सातों प्लेटफार्मों से उतरने-चढऩे वाले यात्री सहजता से वाहन स्टैंड के सामने से होकर मुख्य इमारत के अलावा आरक्षण एवं बुकिंग काउंटर तक पहुंच सकेंगे।

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AUTHORRohit

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