जानेंं गुरु नानक जी जन्म तिथि, जन्म स्थान, महत्व, क्यों मनाई जाती है गुरु नानक जयंती, कैसे मनायी जाती है गुरु नानक जयंती, गुरु नानक जी 10 अनमोल विचार सम्पूर्ण जानकारी
गुरु नानक जन्म तिथि और स्थान (Guru Nanak Date and Place of Birth)
गुरु नानक देव सिखों के पहले गुरु माने जाते है। उन्हें सिख धर्म का संस्थापक कहा जाता है। गुरु नानक का जन्म 1469 में पंजाव राज्य के तलवंडी में हुआ था। जो स्थान अब पाकिस्तान में है। इस स्थान को नानकाना साहिब के नाम से भी जाना जाता है। उनके जन्म दिवस को गुरु नानक जयंती के रूप में प्रति वर्ष सिक्ख समाज बड़े उत्साह से मनाते हैं। गुरु नानक जी की माता का नाम तृप्ता और पिता का नाम कल्याणचंद था।
नानक जी बचपन से ही अपना ज्यादातर समय चिंतन में बिताते थे। ऐसे तो यह सिक्ख समाज के गुरु कहे जाते हैं, लेकिन इन्हें किसी धर्म जाति ने बांध नहीं रखा। ये इसके खिलाफ थे। इनका मनाना था कि, ईश्वर कण-कण में व्याप्त हैं। जहाँ हाथ रखोगे वहीँ ईश्वर हैं। इनके अनमोल विचारों में सभी धर्मो का आधार था। इसी कारण इन्हें एक गुरु के रूप में सभी धर्मो द्वारा पूजा जाता हैं।
गुरु नानक जयंती क्यों मनाई जाती है? (Why is Guru Nanak Jayanti celebrated)
गुरु नानक की याद में गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सिख धर्म के लोग उनके जन्मदिन को पूरे हर्षोल्लास के साथ उत्सव के रूप में मनाते हैं। और गुरु नानक की महत्वपूर्ण शिक्षाओं को याद करने और और जीवन में उनका अनुसरण करते है गुरु नानक जी ने अपने पूरे जीवन काल में कई देशों की यात्रा की थी। गुरू नानक ने ही सबसे पहले लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था करने का प्रावधान शुरू किया था। यह समाज के सभी वर्गों के बीच भाईचारे और प्रेम को बढ़ावा देने के लिए एक महान कदम था।
गुरु नानक जयंती का महत्व (Significance of Guru Nanak Jayanti)
गुरु नानक जयंती को गुरु पर्व या फिर प्रकाश पर्व के रुप में मनाया जाता है। ये सिख धर्म में मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। गुरु नानक जयंती के दिन गुरुद्वारों में कीर्तन दरबार सजता है। सुबह को वाहे गुरु जी का नाम जपते हुए प्रभात फेरी निकाली जाती है। साथ ही गुरुद्वारों में भक्तों के लिए लंगर का आयोजन किया जाता है इस दिन लोगों द्वारा गुरु नानक की शिक्षाओं को याद किया जाता है और उनका पाठ किया जाता है।
गुरु नानक जयंती कैसे मनायी जाती है (How is Guru Nanak Jayanti celebrated)
लोग गुरु नानक के जन्मदिन को बहुत धूमधाम, उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं। वे इस अवसर पर नए कपड़े पहनते हैं और घर और गुरुद्वारा कहे जाने वाले पूजा स्थलों को रोशनी, मोमबत्तियों और मालाओं से घर को सजाते हैं इस दिन सिख धर्म के पवित्र धर्म ग्रंथ गुरु साहिबा ग्रंथ बाबा का पाठ 48 घंटे किया जाता है प्रभात फेरी लोगों द्वारा सुबह के समय की जाती है।
गुरुपुरब से एक दिन पहले, लोगों के द्वारा कीर्तन पालकी निकाला जाता है जिसमें सभी सिख धर्म के मानने वाले लोग हाथ में झंडा लेकर साथ साथ चलते हैं इन जुलूसों का नेतृत्व जुलूस के साथ सिख योद्धाओं ने मार्शल आर्ट, भांगड़ा नृत्य, और भजन गायन का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा इस दिन लंगर की व्यवस्था की जाती है ताकि जरूरतमंद लोगों को भोजन कराया जा सके।
गुरु नानक जी 10 अनमोल विचार (Guru Nanak ji 10 priceless thoughts)
- परम-पिता परमेश्वर एक है।
- हमेशा एक ईश्वर की साधना में मन लगाओ।
- दुनिया की हर जगह और हर प्राणी में ईश्वर मौजूद हैं।
- ईश्वर की भक्ति में लीन लोगों को किसी का डर नहीं सताता।
- ईमानदारी और मेहनत से पेट भरना चाहिए।
- बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न ही किसी को सताएं।
- हमेशा खुश रहना चाहिए, ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा याचना करें।
- मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से जरूरत मंद की सहायता करें।
- सभी को समान नज़रिए से देखें, स्त्री-पुरुष समान हैं।
- भोजन शरीर को जीवित रखने के लिए आवश्यक है। परंतु लोभ-लालच के लिए संग्रह करने की आदत बुरी है।