इटारसी । जिले के सोहागपुर में एक परिवार में दूल्हे की मौत से खुशी का माहौल मातम में बदल गया। दुल्हा बनकर घर से निकले युवक की लाश कांधों पर वापस आई। दो दिन पहले युवक बारात लेकर जीवन संगिनी को लेने गया था। गुरुवार को उसकी लाश कंधे पर गयी। मुक्तिधाम में युवक का अंतिम संस्कार हुआ।
बता दें कि यहां के सिंधी कॉलोनी के राकेश पिता मोहनदास रामचंदानी की शादी 11 जून को जलगांव में पचोरा की लड़की से हुई थी। 11-12 जून की दरमियानी रात को शादी के बाद पूरा परिवार बारात लेकर जलगांव से वापस सोहागपुर गरीबरथ एक्सप्रेस से आ रहे थे। परिवार के सदस्य बाराती और दुल्हा-दुल्हन ट्रेन के अलग अलग कोच में थे। जब ट्रेन खंडवा से निकली। कुछ देर बाद दुल्हा अपनी धर्मपत्नी को शौच का कहकर सीट से टॉयलेट की ओर निकला था। लेकिन वह वापस नहीं लौटा। ट्रेन इटारसी पहुंची तो परिजनों ने राकेश को ढूंढा। लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने इटारसी जीआरपी में सूचना दी। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की। बुधवार सुबह सुरगांव बंजारी के पास ट्रैक पर शव पड़ा होने की सूचना रेल पुलिस को मिली। जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे, कोट-पेंट पहने युवक की शिनाख्त राकेश रामचंदानी के रूप में हुई। पति की मौत की खबर सुनते ही नवेली दुल्हन बेसुध हो गई। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। खंडवा जिला अस्पताल में पीएम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। बुधवार रात को शव सोहागपुर लाया गया। आज गुरुवार को उसका अंतिम संस्कार हुआ।
जीआरपी के एएसआई अन्नीलाल पटेल ने बताया कि राकेश की शादी जलगांव में हुई थी। गरीबरथ एक्सप्रेस से पूरा परिवार और दूल्हा-दुल्हन जलगांव से इटारसी के लिए बैठे थे। आशंका है कि राकेश गेट के पास आया होगा। इस दौरान चलती ट्रेन से सुरगांव बंजारी के पास गिर गया। सुबह ट्रैक पर शव पड़ा होने की सूचना मिलते ही परिजन आते तो राकेश की शिनाख्त हुई। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।