देर रात तक हमसर हयात की कव्वाली ने बांधा समा

देर रात तक हमसर हयात की कव्वाली ने बांधा समा

-बिजली की कड़क और रिमझिम बारिश भी नहीं डिगा पाई हौसले
इटारसी।
हजरत सैलानी बाबा (Hazrat Sailani Baba) के 58 वे उर्स मुबारक मौके पर सर्वप्रथम चादर दरगाह परिसर से शहर के मुख्य मार्ग होते हुए जयस्तंभ (Jaystambh) से वापस दरगाह पर आयी। सभी के मुरादों की चादर सैलानी बाबा को पेश कर अमन एकता भाईचारा सद्भावना मुल्क में तरक्की के लिए दुआ मांगी गई।

दिल्ली घराने के मशहूर कव्वाल भजन गायक बॉलीवुड के सिंगर हमसर हयात निजामी (Hamsar Hayat Nizami) ने सूफी कलाम और शिर्डी वाले साई बाबा के भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। इसी क्रम में तेरी रहमतों का दरिया सरेआम चल रहा है, जय गणेश जय महादेवा, दीवाना तेरा आया बाबा तेरी शिर्डी में, भारत का बच्चा-बच्चा की प्रस्तुति से समां बंधा। कव्वाल हमसर हयात ने सर्व धर्म सद्भावना के संरक्षक बशारत खान (Basharat Khan), राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के संभागीय अध्यक्ष पंडित अंकित दुबे (Ankit Dubey) रूपापुर, आयोजक गुफरान अंसारी (Gufran Ansari) सहित सैंकड़ों श्रोताओं की उपस्थिति में देश प्रेम एवं हिंदू मुस्लिम एकता की अनेकों प्रस्तुतियां दी जिस पर श्रोता भाव विभोर हो गए। युवा अपने आप को नाचने से रोक नहीं पाये।

यह शमा इस कदर बंधा की कब सुबह हो गई इसका पता भी ना चला। रात 10 बजे बिजली की कड़क और बूंदाबांदी भी सर्व धर्म के इस आयोजन को रोकने में असफल साबित हुई। आयोजक अब्दुल हफीज गोप पहलवान, गुफरान अंसारी एवं समिति के पदाधिकारियों ने आए अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि विधायक ठाकुर विजय पाल सिंह, नगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पंकज राठौर, सर्व धर्म सद्भावना समिति के संरक्षक बशारत खान, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संतोष गुरयानी, राष्ट्रीय ब्राह्मण एकता मंच के संभागीय अध्यक्ष पंडित अंकित दुबे रूपापुर, डॉ राजेश शर्मा, पार्षद दिलीप गोस्वामी, गोलू मालवीय, विनय मालवीय, पप्पू जादूगर होशंगाबाद, कुलदीप रावत सहित सूफी संत मंचासीन रहे।

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AUTHORRohit

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