पिनकॉन ग्रुप के निवेशकों में हर्ष, कलेक्टर सागर दीपक आर्य हुए सख्त

Post by: Rohit Nage

  • 4 कंपनियों के 1388 निवेशकों के 4.42 करोड़ की होगी ब्याज सहित वसूली
  • पुलिस अधीक्षक करेंगे आपराधिक विवेचना, ग्रुप के खाते फ्रीज और संपत्ति कुर्क

इटारसी/नर्मदापुरम/सागर। कोलकाता (Kolkata) आधारित चिटफंड कंपनी (Chitfund Company) पिनकॉन ग्रुप के खिलाफ कलेक्टर सागर दीपक आर्य (Collector Sagar Deepak Arya) ने गरीब निवेशकों की पॉलिसियों के सत्यापन उपरांत 4.42 करोड़ रुपए और 12 प्रतिशत ब्याज की राशि वसूलने के आदेश दिए हैं।

उक्त आशय की जानकारी रमेश के साहू एडवोकेट इटारसी (Ramesh K Sahu Advocate Itarsi) ने दी। श्री साहू ने बताया की उत्कल मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, ग्रीन एज फूड प्रोडक्ट्स लिमिटेड, एलआरएन फाइनेंस लिमिटेड एवं एलआरएन प्रोड्यूसर के नाम पर मनोरंजन रॉय (Manoranjan Roy), विनय सिंह (Vinay Singh), हरी सिंह (Hari Singh), डॉ. दिवाकर सिंह (Dr. Diwakar Singh), डीके सिंह आगरा (DK Singh Agra) व अन्य के पिनकॉन ग्रुप ने अधिक ब्याज देने या प्रोडक्ट देने का लालच देकर एफडी/आरडी कराई और जब राशि वापसी का समय आया तो कंपनी 31 मार्च 18 को भगवान गंज और गोपाल गंज सागर स्थित कार्यालय बंद करके भाग गई।

पूर्व में निवेशकों की ओर से धीरज चौरसिया, नीरज चौबे, अनिल जैन, यशपाल कोष्टी, वीरेंद्र जैन एवं युवराज चौरसिया ने निवेशकों की वापसी राशि वापसी के लिए कोलकाता भोपाल और सागर सहित अनेकों स्थानों पर आवेदन दिए किंतु कोई कार्रवाई नहीं होने पर इटारसी के अधिवक्ता रमेश के साहू के माध्यम से मध्य प्रदेश निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 नियम 2003 के तहत 1/12/21 को प्रकरण संस्थित जिसमें संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने एसडीएम सागर को अधिकृत कर निवेशकों की पॉलिसियों का सत्यापन कराया। निवेशकों के साक्ष्य लिए और गरीब निवेशकों के पक्ष में तथा पिन कॉन ग्रुप के खिलाफ 4.42 करोड़ रुपए की वसूली 12 प्रतिशत ब्याज के आदेश पारित कर दिए हैं। वसूली सुनिश्चित करने हेतु सभी संपत्ति कुर्क और बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं।

उल्लेखनीय है कि कंपनी अनेकों नोटिस और पब्लिकेशन के बाद भी पक्ष रखने उपस्थित नहीं हुई। पिनकॉन ग्रुप के खिलाफ कलेक्टर नर्मदापुरम एवं कलेक्टर छतरपुर द्वारा भी इसी प्रकार के राशि वसूली के आदेश निवेशकों के पक्ष में जारी किए हैं। पिनकॉन ग्रुप ने मध्य प्रदेश में छतरपुर, सागर, दतिया, नर्मदापुरम, बैतूल, सिवनी छपारा सहित 14 ब्रांचों के माध्यम से करीब 80 करोड़ रुपए और देश भर में 1000 करोड़ का चिट फंड घोटाला किया है।

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