नर्मदापुरम। उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष विभाग मंत्री मध्यप्रदेश शासन इन्दर सिंह परमार ने शुक्रवार को बनखेड़ी में 5 करोड़ 46 लाख 17 हजार की लागत से बनखेड़ी महाविद्यालय की नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, दर्शन सिंह चौधरी, माधवदास अग्रवाल, नगर पालिका अध्यक्ष हरीश मालानी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती पूनम पटैल, संस्थान के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सतीश पिपलौदे सहित प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नवीन भवन के लिए बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लंबे संघर्षों के बाद कोई चीज मिलती है तो उसका उत्साह ज्यादा होता है। आज बनखेड़ी के समस्त विद्यार्थियों और लोगों में नवीन भवन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह दिखाई दे रहा हैं। उन्होंने कहा कि निरंतर उच्च शिक्षा संबंधी अधोंसंरचनाओं को सुदृढ़ करने का कार्य मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार ने नई शिक्षा नीति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश की समृद्ध संस्कृति को आधार बनाते हो शिक्षा के महत्व को वास्तविक अर्थों में समाहित करते हुए नई शिक्षा की नीति लागू की गई।
उन्होंने बताया कि कैसे अंग्रेजों द्वारा हमारे प्राचीन शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर 1835 में मैकाले की शिक्षा प्रणाली लागू की गई थी। जिसमें हमारे देश को गौरवान्वित करने वाली संस्कृति, हमारे वैज्ञानिकों और महापुरुषों के योगदान और बलिदान को छुपाने और गलत ढंग से प्रस्तुत करने का कार्य अंग्रेजों द्वारा किया गया था। हमारे पूर्वज अशिक्षित नहीं थे, हमारी गुरुकुल पद्धतियों को बंद कर हमारे पूर्वजों को निरक्षर बताने का कार्य अंग्रेजों द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि व्यापक सोच और मंथन के साथ आज नई शिक्षा नीति 2020 लागू की गई हैं। हमारी गौरवान्वित करने वाली सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक विरासत का नई शिक्षा नीति में समावेश किया गया। उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार ने कहा कि सबसे प्राचीन और समृद्ध चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद हमारे देश की हैं।
अन्य देशों ने अपनाकर उसे अपने देश का नाम दिया। जिसे हम दस्तावेज की अभाव में साबित नहीं कर पाए और उन्होंने दस्तावेज बताकर हमारी चिकित्सा पद्धति को अपना बताया। आज नई शिक्षा नीति के माध्यम से हमारा खोया हुआ गौरव लौटा है। जिससे भारत अपनी वसुधैव कुटुंबकम की परंपरा को स्थापित करते हुए विश्व गुरु बनने का कार्य करेगा। विधायक पिपरिया ठाकुरदास नागवंशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में विकास की अविरल धारा प्रवाहित हो रही है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से हमारी शिक्षा को रोजगार उन्मुख बनाया गया है। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के विकास के संबंध में कुछ मांगे उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार के सम्मुख रखी।