इटारसी। आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर (Tribal Services Committee Tilak Sindoor) की एक बैठक आज रविवार को भगवान भोलेनाथ की आरती के बाद प्रारंभ हुई। बैठक में तय किया कि आज होली खड़ी करके सुबह 4 बजे इसका दहन किया जाएगा।
मीडिया प्रभारी विनोद बारीवा ने बताया आज होली खड़ी होना ह,ै इसके बाद सुबह 4 बजे जलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सबसे पहले शिवरात्रि मेले के खत्म होने के बाद रात्रि में भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग के प्रांगण होली का दहन होता है। इसके बाद गांव-गांव में होलिका दहन होता है। समिति अध्यक्ष बलदेव तेकाम कहना है कि हम आदिवासी लोग खखरा के फूल जो कि लाल रंग बनाता है, कई प्राकृतिक पत्तों रंग बनाकर का उपयोग करके होली खेलते हैं। समिति ने 210 गांव के अध्यक्ष को सूचना कर बैठक में आमंत्रित किया है। बैठक में तय किया कि कोरोना महामारी के चलते ही होली शांतिपूर्वक मनाएं, किसी प्रकार की कोई लड़ाई झगड़े ना करें। आदिवासी लोग सांस्कृतिक नृत्य माध्यम से घर-घर जाकर एक लोकगीत का संदेश देते हैं। समिति संरक्षक सुरेंद्र कुमार धुर्वे, उपाध्यक्ष मन्नालाल, सलाहकार अवधराम कुमरे, श्यामलाल बारीवा, जीतेंद्र भलावी, बंसीलाल मर्सकोले, बद्री धुर्वे, महेंद्र सिंह उईके, आशा उईके, बसु बाई आसपास के ग्रामीण लोग उपस्थित हुए।