सम्मान : विवेक को एक करोड़ की सम्मान निधि के साथ डीएसपी का पद
Honor: Vivek's post of DSP with honor fund of one crore.

सम्मान : विवेक को एक करोड़ की सम्मान निधि के साथ डीएसपी का पद

राज्य सरकार विवेक सागर के परिवार को देगी पक्का मकान: मुख्यमंत्री  

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि प्रदेश सरकार ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर (Olympic hockey player Vivek Sagar) के परिवार को पक्का मकान दिलवाएगी। विवेक सागर का परिवार जिस नगर या ग्राम में मकान चाहेगा, वहीं उपलब्ध कराया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विवेक सागर को एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि का चेक प्रदान करते हुए मध्यप्रदेश शासन में डीएसपी (उप पुलिस अधीक्षक) का पद देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है। वे हमारी प्रेरणा हैं। राज्यों को इस दिशा में रूचि लेकर खिलाड़ियों को आवश्यक सुविधाएं दिलवाना हैं, जिससे वे स्वर्णिम इतिहास रच सकें। टोक्यो ओलंपिक में भारत को हॉकी में मिला कांस्य पदक सिर्फ पदक नहीं हैं बल्कि यह हॉकी का पुनर्जागरण है। आज मध्यप्रदेश की माटी के लाल इटारसी के निवासी विवेक सागर (hockey player Vivek Sagar, Itarsi) के ओलंपिक में श्रेष्ठ से हम सभी गर्व से भरे हुए हैं। मध्यप्रदेश का मंत्रीमंडल भी विवेक सागर का स्वागत और सम्मान कर रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान इंटरनेशनल यूथ-डे पर आज मिंटो हाल सभागार में मध्यप्रदेश के टोक्यो ओलंपिक- 2020 के पदक विजेता और प्रतिभागियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर भारतीय हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर (Vivek Sagar) सहित अन्य खेल प्रतिभाओं का सम्मान भी किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विवेक सागर को अपने हाथों से ओलंपिक का कांस्य पदक (Olympic bronze medal) पहनाया।

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Honor: Vivek’s post of DSP with honor fund of one crore.

खेलों के विकास के लिए उठायेंगे हर जरूरी कदम
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर (International Hockey Player Vivek Sagar) को शाल और सम्मान निधि देकर सम्मानित किया। साथ ही सहायक कोच शिवेन्द्र सिंह (Coach Shivendra Singh) को 25 लाख रूपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिद, जुनून और जज़्बा हो तो आसानी से सफलता मिलती है। आप खिलाड़ियों को भरपूर सुविधाएँ दीजिए फिर देखियें वे कैसे चमत्कार करते हैं। विवेक सागर एक साधारण परिवार के सदस्य हैं। उनके पिता शिक्षक हैं। खेल में रूचि रखने वाले बच्चों के माता-पिता बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलने का भी अवसर दें। इससे खेल प्रतिभाएं प्रोत्साहित होंगी। मध्यप्रदेश में विश्व स्तरीय खेल संस्थान विकसित होंगे। शूटिंग अकादमी भी अद्भुत है। खेलों के विकास के लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई है। भविष्य में भी सभी आवश्यक कदम निरंतर उठाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया (Sports Minister Smt. Yashodhara Raje Scindhia) और खेल विभाग की टीम सफलताओं के लिए बधाई की पात्र है। मध्यप्रदेश के खिलाड़ी परिश्रम के साथ खेल अभ्यास कर रहे हैं। आने वाले समय में हम अनेक खेलों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मैडल हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज हमने हॉकी में दुनिया के सामने अपनी श्रेष्ठता का सबूत दिया है। महिला हॉकी में भी भारत का भविष्य उज्ज्वल है। ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे नंबर पर रही। वे आखरी मैच हारी जरूर लेकिन अच्छे खेल प्रदर्शन से पूरे देश का दिल जीत लिया। मध्यप्रदेश सरकार महिला हॉकी टीम की प्रत्येक खिलाड़ी को 31-31 लाख रूपये देकर सम्मानित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में हॉकी पुनर्जागरण के प्रति तीन पौधे भी लगाये गये हैं।

प्रशिक्षण में मिली भरपूर मदद
सम्मान समारोह में हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर (Hockey Player Vivek Sagar)ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेल प्रेम का परिचय दिया है। आज प्राप्त सम्मान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त किया। विवेक ने बताया कि उन्हें हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा था कि खोने के लिए हमारे पास कुछ नहीं है। मुझे मित्रों और परिवार के सदस्यों का पूरा सहयोग रहा। मध्यप्रदेश की खेल अकादमी में उन्होंने वर्ष 2013 में ज्वाइन किया था। यहां अच्छे प्रशिक्षक, डाइट, खेल सामग्री और उपकरण की सुविधा मिली। अन्य लोगों ने तो प्रेरित किया ही लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए स्व-प्रेरणा का भी अपना महत्व है। अनुशासन, कड़ी मेहनत और सभी के प्रति सम्मान भाव रखने से सफलता मिलती है। विवेक सागर ने खेल मंत्री, उन्हें हॉकी में लाने वाले गजेंद्र पटेल और खेल अकादमी के स्टाफ सदस्यों का भी आभार माना।

सफलता के लंबे सफर में मुख्यमंत्री श्री चौहान का मिला साथ
खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि दिसंबर 2005 में उन्हें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खेल विभाग का जिम्मा दिया था। तब उन्होंने यह भी कहा था, कि मुझे ओलंपिक मैडल चाहिए। वर्ष 2006 से 2021 तक के लंबे सफर में मुख्यमंत्री श्री चौहान सफलता का आधार बने रहे। वे पूरे प्रयासों से परिचित हैं। खेल विभाग का बजट बढ़ाने से लेकर खिलाड़ियों के प्रोत्साहन तक हर कदम में मुख्यमंत्री श्री चौहान का साथ रहा है। हम कई वर्ष से ओलंपिक के द्वार पर पदक प्राप्ति के लिए दस्तक दे रहे थे। विवेक सागर ने इस द्वार को खोला है।
सांसद और मध्यप्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में 18 खेल अकादमी हैं। खेलों के उन्नयन के लिए सभी कदम उठाये गये हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खिलाड़ियों की हिम्मत बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि यदि बीज को खाद और पानी मिले तो पौधे को वृक्ष बनने में देर नहीं लगती। यही बात खिलाड़ियों के साथ भी लागू होती है। मध्यप्रदेश की खेल प्रतिभाएँ आने वाले वर्षों में और अधिक सफलताएँ प्राप्त करेंगी। कार्यक्रम में मंत्रीमंडल के अनेक सदस्यों के साथ ही मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।

ये प्रतिभाएँ हुईं सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के साथ ही उनके पिता रोहित प्रसाद और श्रीमती कमला देवी का भी सम्मान किया। खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने प्रतिभावान खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के सम्मान का भी निर्णय लिया था। इस क्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी और प्रख्यात हॉकी प्रतिभा मेजर ध्यानचंद के सुपुत्र अशोक कुमार ध्यान चंद का भी सम्मान किया। अशोक कुमार ध्यानचंद ने विवेक सागर को भी प्रशिक्षण दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विवेक सागर के सहायक कोच शिवेन्द्र सिंह और ऐश्वर्य प्रताप सिंह को भी सम्मानित किया। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के निवासी ऐश्वर्य प्रताप सिंह खेल विभाग की शूटिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ओलंपिक में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन्हें दस लाख रूपये की सम्मान निधि प्रदान की।
पैरा ओलंपिक (Para Olympics) में भी मध्यप्रदेश के खिलाड़ी (Players from Madhya Pradesh)
टोक्यो में इसी वर्ष हो रहे पैरा ओलंपिक में भी मध्यप्रदेश में प्रशिक्षित दो प्रतिभाएँ हिस्सा ले रही हैं। कयाकिंग में भिंड जिले की सुश्री प्राची यादव (Prachi Yadav Kayaking Bhind) एवं हाई जम्प में शरद कुमार (Sharad Kumar High Jump) हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इनका भी सम्मान किया। संचालक खेल पवन कुमार जैन ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए आमंत्रितों का आभार व्यक्त किया। मध्यप्रदेश में प्रशिक्षित पाँच हॉकी खिलाड़ी भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल हुई हैं। ये ओलंपिक कोरोना काल के बाद खुशियाँ लेकर आया है। प्रदेश में आगामी 24 अगस्त से टेलेंट सर्च शुरू किया जा रहा है। इससे अनेक खेल प्रतिभाएँ सामने आयेंगी। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के खेल परिदृश्य पर केंद्रित एक लघु फिल्म की स्क्रीनिंग की गई।
प्रदेश के खिलाड़ियों का स्मरण
सम्मान कार्यक्रम में उपस्थित खेल संगठनों के पदाधिकारियों और खेल प्रेमियों ने भोपाल और मध्यप्रदेश से जुड़े अनेक ओलंपिक खिलाड़ियों को याद किया। इनमें वर्ष 1975 में ओलंपिक में भारत को पदक दिलवाने वाले असलम शेर खान के साथ ही जलाल उद्दीन, समीर दाद और भारतीय महिला हॉकी टीम में कप्तान रहीं अर्जुन अवार्डी स्व. श्रीमती सुनीता चंद्रा भी शामिल हैं।

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