इटारसी। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ग्राम बीकोर नर्मदापुरम में श्री मां चांमुडा साधनालय इटारसी के विद्वानों द्वारा भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह के क्रम में आज तृतीय दिन मां आघाशक्ति राज राजेश्वरी पराम्बा के अलौकिक करुणामय स्वरूप को तरह तरह रंग बिरंगे सुंदर सुगंधित और मनमोहक पुष्प मालकांगनी, जपाकुसुम, गुलाब , गेंदा, कनेर, कमल, केबड़ा,आदि से (पुष्पाधिवास), अगर, तगर, चंदन, गूगल, रक्तचंदन, आदि द्वारा (धूपाधिवास) किया।
प्रात: विप्र परिषद ने अत्यंत मनमोहक और देदीप्यमान स्थापित देवताओं का संपूर्ण वैदिक एवं दिव्य मंत्रों द्वारा सांगोपांग षोडशोपचार विधि द्वारा पूजन संपन्न किया। दिवस के मध्य काल में आदि शक्ति मां अंबे को सुंदर अत्यंत मुलायम मखमल युक्त शैय्या पर विराजमान करके बहुत प्रकार के सुगंधित द्रव्य इत्र आदि से (शयनाधिवास) कराया।
ग्राम जाट गुराडिय़ा से पधारे वेद विधा के मर्मज्ञ वेदज्ञ आचार्य पं मनीष उपाध्याय ने शास्त्रों ऋचाओं स्त्रोतों स्तुति आदि से मां जगजननी जगदंबा की उपासना आराधना में सहयोगी विद्वान पं. विनय भार्गव, पं. सतीश रावत, पं केशरी नंदन तिवारी रंढाल वाले, पं शरद चन्द्र परसाई, मुख्य पुजारी श्री शीतला माता मंदिर इटारसी पं अमन द्विवेदी, चेतन महादेव, पं मोहित पांडेय शास्त्री, पं रामनरेश शास्त्री सहित सभी विप्र समुदाय ने विभिन्न स्त्रोतों भजन कीर्तन स्तुति चंडी पाठ आदि द्वारा तृतीय दिवस कि विधि को पूर्ण किया। कार्यक्रम में ग्रामीण अंचलों के अलावा अन्य नगरों से बड़ी मात्रा में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर मां के भाव पूर्ण जश, भजन, आरती कर धर्म लाभ अर्जित किया।