इटारसी। सीधी (Sidhi) की घटना को लेकर आज आदिवासी नेताओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार विनयप्रकाश ठाकुर (Vinay Prakash Thakur) को दिया। ज्ञापन में मांग की है कि घटना के दोषी को सख्त से सख्त सजा मिले, ताकि फिर इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
इस अवसर पर नगर कांग्रेस अध्यक्ष मयूर जैसवाल (Mayur Jaiswal), आदिवासी नेता आकाश कुशराम (Akash Kushram), पूर्व पार्षद अवध पांडेय (Avadh Pandey), खेल प्रकोष्ठ के रामशंकर सोनकर (Ramshankar Sonkar) सहित अनेक आदिवासी नेता और कांग्रेस के सदस्य उपस्थित रहे। आदिवासी युवा नेता आकाश कुशराम ने कहा कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर इस सरकार के रहते काफी अत्याचार हो रहे हैं। सीधी घटना आदिवासियों का अपमान है, समाज को इससे ठेस पहुंची है, ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं।
उन्होंने गत वर्षों में हुए नेमावर कांड, नीचम कांड, हरदा और देवास में आदिवासियों की भूमि छीनने जैसे मामलों का जिक्र करके कहा कि केसला ब्लॉक में, जहां से सीएम ने पेसा एक्ट लागू किया, वहां इसका कोई पालन तक नहीं किया जा रहा है। श्री कुशराम ने चेतावनी दी है कि इस तरह की दिखावा करने वाली सरकार को समझ आना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, अभी हमने ज्ञापन दिया है। यदि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति हुई और मप्र में आदिवासियों पर अत्याचार बंद नहीं हुए तो हम प्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़ा आंदोलन करेंगे और सरकार की नींव हिलाकर रख देंगे।
ज्ञापन देते समय आकाश कुशराम आदिवासी छात्र संगठन मध्य प्रदेश, विजय कावरे जनपद सदस्य केसला, आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर अध्यक्ष बलदेव तेकाम, मीडिया प्रभारी विनोद वारिवा, पुरुषोत्तम धुर्वे, अजय सरयाम, गजराज सरेआम, सुमित सेलूकर, संजू तुमराम, ग्राम सभा अध्यक्ष शंकर उईके, बद्री प्रसाद धुर्वे, सचिन मेहरा, अजय अहिरवार, उमेश जाट, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, गोपाल मंसूरे भीम आर्मी जिला अध्यक्ष, कन्हैयालाल बामने, जिला अध्यक्ष मजदूर यूनियन, अखिलेश इरपाचे जयस, जिला प्रभारी राघवेंद्र उईके, अंकित मर्सकोले, अखिलेश पटेल, कुणाल पासवान, सोनू बकोरिया, दिलीप अहिरवार, कृष्णा चौधरी, धनराज परते, रामप्रसाद मर्सकोले, नीलेश सरशाम, जियालाल मर्सकोल, संतोष बामने, बंटी साहू आदि मौजूद रहे।