इटारसी। नगर पालिका प्रशासन (Municipal administration) ने दीपावली (Dipawali) के बाजार की व्यवस्थाओं के लिए आज से कवायद प्रारंभ कर दी है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (Subdivisional officer revenue) और नपा में प्रशासक एमएस रघुवंशी (Administrator MS Raghuvanshi) ने भाजपा नेता जगदीश मालवीय (BJP leader Jagdish Malviya), रजिन्द्रर सिंघ सलूजा (Rajinder Singh Saluja), आरआई बीएल सिंघावने (RI BL Singhwane), एसआई आरके तिवारी (SI RK Tiwari), एआरआई विकास वाघमारे (ARI Development Waghmare) के साथ विभिन्न बाजारों के लिए संभावित स्थानों का निरीक्षण किया। दीपावली (Diwali) पर पटाखा बाजार(Patakha Bajar), फूल-माला, केले के पत्ते, दीये, लायी, बताशे, साज-सज्जा का सामान, लक्ष्मी जी की मूर्ति और इस त्योहार पर बेचे जाने वाले अन्य सामानों के लिए स्थान तय करने की कवायद प्रशासन ने प्रारंभ कर दी है। आज टीम ने कुछ स्थानों का निरीक्षण किया और वहां की जाने वाली व्यवस्था, आने वाली परेशानी और उनके निराकरण की तरीकों पर विचार किया। एसडीओ राजस्व ने नगर पालिका को त्योहार को देखते हुए तैयारियां करने के निर्देश दिये हैं।
हर वर्ष होती है कवायद
दीपावली के लिए शहर में कोई ऐसा निश्चित स्थान तय नहीं होता है। हर वर्ष बाजार के लिए कवायद करनी पड़ती है। दरअसल, सबसे अधिक कवायद पटाखा बाजार के लिए करनी पड़ती है और आखिरकार लंबे समय तक विवाद के बाद पटाखा बाजार गांधी मैदान में ही लगाया जाता है। पिछले वर्ष भी लंबी कवायद चली थी। गांधी मैदान के अलावा, फ्रेन्ड्स स्कूल मैदान, पुराना बस स्टैंड, एमजीएम कालेज मैदान, सूखा सरोवर मैदान आदि देखने के बाद आखिरकार गांधी मैदान में ही पटाखा बाजार लगा था। प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से पटाखा बाजार गांधी मैदान में नहीं लगाने की कहता है तो पटाखा वालों की अपनी दलील होती हैं कि यहां से ज्यादा सुरक्षित कहीं नहीं है। हर वर्ष बाजार की व्यवस्था नये आने वाले अधिकारी अपने हिसाब से जमाते हैं।
ऐसी होती रही है व्यवस्था
दीपावली का बाजार में जयस्तंभ चौक से आरएमएस आफिस, नीमवाड़ा, गुरुद्वारा भवन रोड और तुलसी चौक रोड पर अब तक लाई, बताशे, रूई, पोस्टर, लक्ष्मी जी की मूर्ति जैसी सामग्री अब तक बेची जाती थी। पिछले वर्ष भी प्रशासन ने मेन बाजार को त्योहारी बाजार से मुक्त रखने के उद्देश्य से इन सामग्री को अब यहां नहीं बेचने देने की योजना प्रशासन ने तैयार की थी। लेकिन, आखिरकार प्रशासन की एक न चली और प्रशासन को झुकना पड़ा था।
इन स्थलों को देखा
रेस्ट हाउस के साइड में जहां चौपाटी थी, लाल ग्राउंड, गांधी मैदान, फे्रन्ड्स स्कूल मैदान, एमजीएम कालेज मैदान, पोर्टर खोली और नगर पालिका के पीछे की रोड।
ये स्थान हुए थे तय
– पटाखा बाजार गांधी मैदान
– लाई, बताशे, दीये-बाती, लक्ष्मी मूर्ति, पोस्टर आदि फुटकर सामान जयस्तंभ से बड़ा मंदिर रोड होते हुए टैगोर स्कूल के पास से तेरहवी लाइन तक
– दीपावली पर घर सजाने केले के पत्ते, फूल और पत्तियां फ्रेन्ड्स स्कूल मैदान में
इस वर्ष संभावित
पटाखा बाजार- फ्रेन्ड्स स्कूल
फूल-पत्ते – पोर्टरखोली मैदान
सजावट सामग्री – रेस्ट हाउस के साइड में
लायी, बताशे, दीये, मूर्ति आदि- गांधी मैदान
(Note- फाइनल विधायक से चर्चा के बाद होगा)