संस्थाएं ज्ञान का प्रकाश फैलाएं इससे बड़ा पुण्य नहीं : मुख्यमंत्री

Post by: Rohit Nage

नर्मदापुरम। अच्छे कार्य करने वालों के लिए हमारी सरकार सहयोगी है। स्व. पंडित रामलाल शर्मा (Late Pandit Ramlal Sharma) ने कठिन समय में शिक्षा की अलख जगाई है। उनके सामने भी अनेक कठिनाई आई हैं। उनका जीवन अद्भुत था। अपने लिए तो सब जीते हैं तू जी ये दिल जमाने के लिए।यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शनिवार को नर्मदा शिक्षा समिति (Narmada Education Committee) के 75 वर्ष एवं एनईएस शिक्षा महाविद्यालय (NES Education College) के 50 वर्ष पूर्ण होने पर नवीनभवन का लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा शिक्षा समिति के संस्थापक स्व. पंडित रामलाल शर्मा के जीवन पर आधारित स्मारिका एवं पुस्तिका का विमोचन किया। कार्यक्रम में खनिज मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक डॉ सीतासरन शर्मा, दर्शन सिंह चौधरी, माया नारोलिया, राजेंद्र सिंह राजपूत, कुशल पटेल, माधव दास अग्रवाल, अरुण शर्मा, राकेश जादौन, पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा, पीयूष शर्मा शामिल रहे। कार्यक्रम में संस्था के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्मारिका का विमोचन किया। वहीं पं रामलाल शर्मा के जीवन परिचय पर लेखक मिलिंद रोंघे ने पुस्तक लिखी उसका तथा स्मारिका का विमोचन किया।

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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अच्छी शिक्षण संस्थाएं चले, वे ज्ञान दे कौशल दें। स्वामी विवेकानंद कहते थे कि शिक्षा वह है जो इंसान को इंसान बनाने की शिक्षा दे। शिक्षा वह है जो मुक्ति दिलाए। शिक्षा का प्रकाश फैलना चाहिए, प्रायवेट सेक्टर में अच्छे स्कूल महाविद्यालय प्रायवेट शिक्षण संस्थाएं ज्ञान दे। इससे बढ़ा पुण्य नहीं है। ज्ञान, कौशल के साथ अच्छे नागरिक बने ऐसी शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पं रामलाल शर्मा अच्छे इंसान थे। स्मारिका से आने वाली पीढिय़ों को पता चलेगा कि पं रामलाल शर्मा ने संघर्ष के साथ शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सेठानी घाट तथा सत्संग भवन की यादें भी ताजा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री चौहान का पीयूष शर्मा और प्रभारी मंत्री का वैभव शर्मा के द्वारा स्मूृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
प्रारंभ में शिक्षा समिति के अध्यक्ष पं भवानी शंकर शर्मा ने स्वागत भाषण दिया उन्होंने बताया कि शिक्षा समिति में अनेक लोगों का विशेष योगदान रहा है। जिसमें पूर्व के अनेक कलेक्टर भी शामिल हैं। उन सभी का हम आभार व्यक्त करते हैं। विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने स्व. रामलाल शर्मा व शिक्षा समिति के द्वारा शैक्षणिक कार्यों संस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बहुत संघर्षों से यह शिक्षा समिति बनी है। संस्था द्वारा अनेक स्थानों पर उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने वाले स्कूल व महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं। हमारी इच्छा थी कि पिताजी के संबंध में जो पुस्तक का प्रकाशन हुआ है उसका विमोचन आपके द्वारा ही हो।
इस अवसर पर शिक्षा समिति के परिवार जनों का तथा स्मारिका के लेखक मिलिंद रोंघे का सम्मान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। कार्यक्रम से पूर्व कॉलेज के विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्वागत गान की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। संचालन राजेश जयसवाल ने किया।

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