नर्मदापुरम। तवा बांध से ग्रीष्मकालीन फसल मूंग की सिंचाई के के लिए बाई तट मुख्य नहर में 28 मार्च एवं दाई तट मुख्य नहर में 5 अप्रैल से पानी छोड़ा जाना प्रस्तावित किया है। इससे पूर्व नहरों की सफाई और मरम्मत कार्य पूर्ण करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये हैं। कलेक्टर जिला जल एवं उपयोगिता समिति की बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला जल एवं उपयोगिता समिति की बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष राधा बाई पटेल, यशवंत पटेल, पीयूष शर्मा, जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत, अधीक्षण यंत्री तवा परियोजना आरआर मीणा, महाप्रबंधक एमपीईबी बीएस परिहार, कार्यपालन यंत्री तवा परियोजना वीके जैन, कार्यपालन यंत्री सिवनी मालवा राज्यश्री कटारे सहित समिति सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में तवा मुख्य नहर में पानी छोड़े जाने के संबंध में विस्तृत चर्चा कर प्रस्ताव संभाग स्तरीय समिति को भेजने का निर्णय लिया गया। बैठक में तवा बांध बाई तट मुख्य नहर में 28 मार्च से एवं दाई तट मुख्य नहर में 5 अप्रैल से पानी छोड़े जाना प्रस्तावित किया। इसके पश्चात् संभाग स्तरीय समिति द्वारा सिंचाई के लिए नहर में पानी छोड़े जाने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अधीक्षण यंत्री श्री मीणा ने बताया कि वर्तमान में तवा बांध का जल स्तर 1142.80 फीट एवं जल भराव क्षमता 855 मिलियन घनमीटर है। उन्होंने बताया कि मूंग सिंचाई के लिए तवा परियोजना संभाग इटारसी में 8000 हेक्टेयर, तवा नहर संभाग सिवनी मालवा में 24000 हेक्टेयर एवं पिपरिया शाखा नहर संभाग सोहागपुर में 8000 हेक्टेयर इस प्रकार कुल 40000 हेक्टेयर रकबे की सिंचाई प्रस्तावित की गई।
कलेक्टर श्री सिंह ने नहरों की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक साफ-सफाई एवं मरम्मत कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि नहरों से पानी का अपव्यय न हो सुनिश्चित करें। सिंचाई के दौरान जल संसाधन विभाग के द्वारा प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए। बैठक में किसानों से संबंधित मुद्दों पर भी समिति द्वारा विस्तार से चर्चा की गई। बताया कि किसानों से संबंधित मुद्दों पर पृथक से 25 मार्च को कलेक्ट्रेट कार्यालय में बैठक की जाएगी।