अंतर्राज्यीय गिरोह ने उड़ायी थी व्यापारी की 21 लाख की मूंग
Inter-state gang stole moong

अंतर्राज्यीय गिरोह ने उड़ायी थी व्यापारी की 21 लाख की मूंग

– पुलिस ने चारा आरोपियों को किया गिरफ्तार

– आरोपियों से लूट का एक-एक दाना जब्त किया

– व्यापारियों ने किया एसपी और पुलिस का अभिनंदन

इटारसी। शहर के व्यापारी की 21 लाख रुपए की करीब तीन सौ क्विंटल मूंगदाल (Three hundred quintal moong dal) चुराने में राजस्थान के अंतर्राज्यीय गिरोह का हाथ था। पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और आज पुलिस अधीक्षक ने पुलिस स्टेशन में मामले का खुलासा किया। मामले में लूट का एक-एक दाना पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस थाना इटारसी में पुलिस अधीक्षक गुरुकरण सिंह (Superintendent of Police Gurukaran Singh) ने बताया कि मामले में अंतर्राज्यीय गिरोह का हाथ है और अभी मामले की जांच जारी है। एसपी ने मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को ईनाम देने की भी घोषणा की है।

यह था मामला
विगत 8 अक्टूबर को श्री राघव इंडस्ट्रीज खेड़ा इटारसी के मालिक विजय राठी ने पूर्व में सौदा अनुसार 3 सौ क्विंटल मूंगदाल को साईं ट्रेडिंग बीके आई जयपुर राजस्थान के लिए रवाना करना था। इसके लिए न्यू सिंघाजी रोड लाइंस मंडीदीप के माध्यम से ट्रक क्रमांक आरजे 14 जीसी 6008 मंगाया और चालक कालूराम तेली एवं वाहन स्वामी के लड़के रामप्रकाश घिया के साथ ट्रक में 300 क्विंटल मूंगदाल रवाना की जिसकी कीमत 21 लाख 30 हजार 300 रुपए थी। जब 11 अक्टूबर तक दाल नहीं पहुंची तो शंका होने पर ड्रायवरों के नंबर पर संपर्क किया और मोबाइल बंद होने पर 13 तारीख को पुलिस थाना इटारसी में प्रकरण पंजीबद्ध कराया। जांच में पता चला कि ड्रायवर और वाहन स्वामी का लड़का बताने वाले दोनों के नाम फर्जी थे।

इस तरह से रचा षड्यंत्र
आरोपियों ने योजना बनाकर चार फर्जी वोटर आईडी तैयार कर आगरा उत्तरप्रदेश के अलग-अलग प्रतिष्ठानों से 9 नई मोबाइल सिम खरीदी जिसके लिए प्रस्तुत दस्तावेज आईडी में अलग-अलग नाम तथा एक ही व्यक्ति के फोटो लगाये। मोबाइल सिम तथा खरीदे गये मोबाइल का घटना के लिए प्रार्थी और ट्रांसपोर्टर से संपर्क किया और घटना के बाद बंद कर लिये ताकि सायबर के माध्यम से भी ये ट्रेस नहीं किये जा सकें।

ट्रक का भी हुलिया बदला
आरोपियों ने एक ट्रक को रंग-रोगन कर हुलिया बदलकर अन्य ट्रक आरजे 14 जीसी 6008 की नंबर प्लेट लगाकर उक्त नंबर के ही रजिस्ट्रेशन, बीमा, परमिट, फिटनेस आदि तैयार कर तथा एक अन्य व्यक्ति कालूराम तेली के नाम का ड्रायविंग लायसेंस फर्जी रूप से तैया कर सभी दस्तावेज को असली के रूप में पेश कर शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम दिया था ताकि पुलिस उक्त ट्रक और ड्रायवर को आरोपी समझे और विवेचना में गुमराह हो जाए। आरोपियों ने ट्रक को जयपुर तक ले जाकर सभी टोल पर उसी नंबर की प्लेट लगाकर पार किया तथा जयपुर के बाद किसी भी टोल बेरियर को क्रास नहीं किया जिससे ट्रक व आरोपियों की तलाश मुश्किल हो।

इस टीम ने की मेहनत
घटना की शिकायत दर्ज होने के बाद एसपी गुरुकरण सिंह ने इटारसी थाना प्रभारी रामस्नेह चौहान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जिसमें एएसआई संजय रघुवंशी, आरक्षक हरीश डिगरसे, संजय पटने, प्रदीप राजपूत को चयनित किया।

इन शहरों में गई टीम
मामले में जांच के दौरान टीम ने राजस्थान के नागौर, मुंडवा, भीलवाड़ा, जोधपुर, कोटा, जहाजपुर, जयपुर, धौलपुर तथा उत्तरप्रदेश के मथुरा में आरोपियों की तलाश की। जांच के दौरान कालूराम तेली की पहचान रंजीत जाट निवासी बगपुरा धौलपुर एवं रामप्रकाश घिया को योगेश जाट निवासी धौलपुर के रूप में हुई।

दो मास्टर माइंड हैं मामले में
इस मामले में दो मास्टर माइंड हैं जो राजस्थान में पूर्व में डकैती मामले में भी पकड़े जा चुके हैं। पहला आरोपी त्रिलोक उर्फ अजय पिता मोतीराम सैनी 36 वर्ष, जाति माली निवासी लवाटा रोड परबतसर जिला नागौर राजस्थान और दूसरा अनिल भार्गव पिता बाबूलाल 41 वर्ष निवासी बीएसएनएल आफिस के पीछे कालेज रोड कुमारी दरवाजे के पास नागौर राजस्थान है। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

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