
आईपीएस सूरी ने व्याख्यान में कहा पाप से घृणा करो पापी से नहीं राष्ट्र
इटारसी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म दिवस के अवसर पर सेठ लख्मीचंद गोठी परिवार ने गोठी धर्मशाला में गांधी जयंती का भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम संयोजक सुधीर गोठी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बतलाया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वर्तमान विधायक डॉ सीतासरन शर्मा, कार्यक्रम की मुख्य वक्ता पुलिस महानिरीक्षक दीपिका सूरी, कार्यक्रम के अध्यक्ष नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे ,विशेष अतिथि पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश शासन विजय दुबे काकू भाई, नगरपालिका उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत गांधी वादी सुभाष गोठी मंचासीन हुए।
मंचासीन अतिथि गणों के बापू प्रवास स्मृति कक्ष में स्थापित गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ कार्यक्रम आरंभ हुआ।
कार्यक्रम संयोजक सुधीर गोठी ने मंचासीन अतिथि गणों को सूत की मालाएं पहनाकर स्वागत किया एवं स्वागत उद्बोधन दिया।
इस अवसर पर बाल कलाकारों मीरा चौधरी एवं पूनम चौधरी ने स्वागत गीत एवं गांधी जी के भजनों की शानदार मनोहारी प्रस्तुति दी।
इसके उपरांत संगीत निर्देशक वा वांसुरी वादक सज्जन लोहिया ने प्रेरक गीतों इतनी शक्ति हमें देना दाता एवं सूरज की गर्मी जलते हुए तन को मिल जाए तरूवर की छाया को वांसुरी वादन के माध्यम से प्रस्तुत कर श्रोताओं को ताली बजाने पर विवश कर दिया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता पुलिस महा निरीक्षक दीपिका सूरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज की नई पीढ़ी के लिए गांधी जी का जीवन प्रेरणादाई है। गांधीजी जिन बातों को जीवन में अमल करते थे उन्हें ही अन्य लोगों को अमल करने की कहते थे। गांधी जी का कहना था कि पाप से घृणा करो पापी से नहीं। उनका मत था कि कभी कोई निर्णय लेना हो तो सबसे पीड़ित का दर्द समझें एवं समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को लाभ मिले की भावना से निर्णय लें। प्रकृति हमारी ज़रूरतें पूरी कर सकती हैं लेकिन हमारे लोभ की पूर्ति नहीं कर सकती है।सूरी के व्याख्यान को श्रोता गण मंत्र मुग्ध हो सुनते रहे।
कार्यक्रम का संचालन सुनील बाजपेई ने किया एवं आभार हनी गोठी ने माना। कार्यक्रम में गांधीवादी विचारकों एवं प्रबुद्ध वा गणमान्य नागरिकों की भारी संख्या में उपस्थिति रही।